Move to Jagran APP

सरकारी स्कूलों में बच्चों की जगह नजर आ रही सरसों के ढेरियां

संवाद सहयोगी मंडी आदमपुर लॉकडाउन के चलते खंड के सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूल बंद है

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2020 05:49 AM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2020 06:18 AM (IST)
सरकारी स्कूलों में बच्चों की जगह नजर आ रही सरसों के ढेरियां

संवाद सहयोगी, मंडी आदमपुर : लॉकडाउन के चलते खंड के सभी प्राइवेट व सरकारी स्कूल बंद हैं। स्कूल बंद होने के चलते सरकार ने गांव सीसवाल व जाखोद खेड़ा के सरकारी स्कूलों को इस समय सरसों का खरीद केंद्र बनाया हुआ है। ऐसे में इन दिनों सरकारी स्कूलों में बच्चों की जगह सरसों की ढेरियां नजर आ रही हैं। गांव सीसवाल के सरपंच घीसाराम ने बताया कि ग्राम पंचायत की देखरेख में राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में सरसों की सरकारी खरीद का कार्य जोरों पर हैं। खरीद केंद्र सरकारी स्कूल में होने पर यहां बिजली-पानी की कोई कमी नहीं है। किसान दलीप सिंह, सुरेश कुमार, मुकेश, कुलदीप, रामसिंह आदि ने बताया कि सरकार गेहूं के खरीद केंद्र को गांव सीसवाल में शुरू करे ताकि ग्रामीणों को आदमपुर न जाना पड़े।

loksabha election banner

-----------------

आदमपुर में सरसों की 32 हजार 686 क्विंटल आवक

आदमपुर व अग्रोहा में सरकार ने सरसों खरीद के 6 केंद्र बनाए हैं। सभी केंद्रों में 26 अप्रैल तक 32 हजार 686 क्विंटल सरसों की आवक हो चुकी है। जिसमें से सरकार ने 29 हजार 203 क्विंटल सरसों को खरीद लिया है। उसमें से 20 हजार 638 क्विटल की लिफ्टिग हो चुकी है जबकि 3 हजार 483 क्विंटल सरसों की खरीद बाकी है। 8 हजार 565 क्विंटल सरसों की लिफ्टिग नहीं हो पाई है।

-------------

मंडियों में गेहूं का उठान अभी धीमा

आदमपुर व अग्रोहा में सरकार ने गेहूं खरीद के 11 केंद्र बनाए हैं। सभी केंद्रों में 26 अप्रैल तक 45 हजार 380 क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। जिसमें से सरकार ने 39 हजार 218 क्विंटल गेहूं को खरीद लिया है। उसमें से 5 हजार 751 क्विंटल की लिफ्टिग हो चुकी है जबकि 6 हजार 162 क्विंटल गेहूं की खरीद बाकी है। 33 हजार 467 क्विंटल गेहूं की लिफ्टिग नहीं हो पाई है।

-------------

किसानों को नहीं होगी परेशानी: चेयरमैन

इस बारे में आदमपुर मार्केट कमेटी के चेयरमैन सुखबीर डूडी ने कहा कि सरकार ने शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए गांवों में खरीद केंद्र बनाए हैं। सरसों की खरीद व उठान के मुकाबले गेहूं का उठान अभी धीमा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.