हत्या के बाद दो दिन तक परिवार के साथ ढूंढने का नाटक करता रहा हत्यारा दोस्त, ऐसे हुआ खुलासा
फतेहाबाद में हुए मोनू हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। मोनू की हत्या का आरोप उसी के दोस्त संदीप पर लगाया जा रहा है। संदीप हत्या के बाद दो दिन तक परिवार के साथ ढूंढने का नाटक करता रहा।
फतेहाबाद, [अमित रूखाया]। फतेहाबाद के भट्टू के गांव दैयड़ में मोहनलाल उर्फ मोनू की हत्या में उसी के करीबी दोस्त संदीप जाखड़ का नाम लिया जा रहा है। मोनू की हत्या में संदीप जाखड़ का नाम आते ही मृतक के परिजन भी सकते में हैं।
दरअसल संदीप जाखड़ मृतक मोहनलाल उर्फ मोनू का सबसे करीबी दोस्तों में एक था। इतना ही नहीं, 23 जून को जब मोहनलाल लापता हुआ तो इसके दो दिन तक संदीप जाखड़ परिजनों के साथ ही मोनू की तलाश में इधर-उधर घूमता भी रहा और बकायदा उनके घर भी आता जाता रहा। जिस रात को मृतक मोनू गायब हुआ था, उस दिन भी संदीप जाखड़ के साथ ही निकला था लेकिन बाद में उसने कहा कि मोनू तो कुछ देर बाद उसके यहां से निकल गया था।
फेसबुक पर भी शेयर की दोस्त के लापता होने की सूचना, बैंक डिटेल से खुली पोल तो हुआ गायब
मोनू के लापता होने के बाद से संदीप जाखड़ लगातार दो दिन तक मोनू के घर आता जाता रहा और परिजनों के साथ मोनू को इधर-उधर ढूंढने का दिखावा भी करता रहा। इतना ही नहीं, 23 जून को ही उसने अपने फेसबुक पेज पर अपने दोस्त मोनू के लापता होने की पोस्ट भी शेयर की थी। तबतक किसी को संदीप जाखड़ पर किसी को शक नहीं था।
लेकिन इस बीच मोनू के परिजनों ने मोनू के बैंक अकाउंट की डिटेल निकलवाई तो उसमें खुलासा हुआ कि मोनू के अकाउंट से संदीप जाखड़ के अकाउंट में लगभग दो लाख 85 हजार रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इसके बाद अचानक संदीप जाखड़ गायब हो गया। इसके बाद ही परिजनों को संदीप जाखड़ पर शक हुआ। परिजनों ने पुलिस को ये डिटेल दी लेकिन इसके बाद भी पुलिस ढिलाई बरतती रही तो जाकर परिजनों व ग्रामीणों ने भट्टू थाने का घेराव किया जिसके बाद पुलिस ने मामले में अपहरण की धारा जोड़कर जांच शुरू की थी।
तीन-चार साल से थी दोस्ती, पैसों का लेन-देन क्यों हुआ, इससे परिजन अंजान
परिजनों की मानें तो मृतक मोनू और आरोपित संदीप जाखड़ के बीच पिछले तीन चार साल से अच्छी दोस्ती थी। दोनों का एक दूसरे के पास नियमित रूप से आना जाना था। लेकिन इन दोनों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर मृतक मोनू के परिजनों ने अनभिज्ञता जाहिर की है। बताया गया है कि मोनू के परिजनों ने कुछ जमीन बेची थी जिसका कुछ पैसा परिजनों ने मोनू के खाते में भी डलवाया था। लेकिन ये पैसा क्यों संदीप के अकाउंट में ट्रांसफर हुआ, पुलिस भी इस मामले में जांच की बात कर रही है।