स्वच्छता रैंकिंग में पिछडऩे से हरकत में छोटी सरकार, डंपिंग जोनों का डाटा जमा करने में जुटी
योजना के तहत शहर को तीन चरणों में डंपिंग प्वाइंट डस्टबिन फ्री और मलबा फ्री किया जाएगा। नगर निगम योजना को सिरे चढ़ाते हुए पहले चरण में डंपिंग प्वाइंटों का सर्वे किया जाएगा।
हिसार, जेएनएन। स्वच्छता रैंकिंग में पिछडऩे के बाद शहर में स्वच्छता को लेकर विशेष योजना बनाई गई है। नगर निगम ने उस पर काम शुरू कर दिया है। इसको लेकर शहर की जितने भी कचरा डंपिंग प्वाइंट है उसका डाटा एकत्रित करने में निगम जुट गए है। नोडल अधिकारी रामजीलाल और मेयर गौतम सरदाना की अगुवाई में इस योजना की रूपरेखा तैयार की गई है। योजना के तहत शहर को तीन चरणों में डंपिंग प्वाइंट, डस्टबिन फ्री और मलबा फ्री किया जाएगा।
नगर निगम योजना को सिरे चढ़ाते हुए पहले चरण में डंपिंग प्वाइंटों का सर्वे किया जाएगा। सर्वे में उन्हें जगहों की निशानदेही की जाएगी और डिटेल बनाई जाएगी। जहां पर कचरा बड़े स्तर पर डाला जाता है। इसी सर्वे के आधार पर अभियान को गति दी जाएगी और लोगों की डंपिंग प्वाइंट को लेकर जिम्मेदारियां तय की जाएगी।
पार्षदों और सफाई दरोगा की टीम संयुक्त रूप से काम करेगी। क्योंकि कई मुख्य जगहों पर डंपिंग प्वाइंट होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। कई बार नगर निगम में लिखित में संस्थाएं और आस पास के लोग लिखित में निगम अधिकारियों को शिकायत दे चुके हैं। इसलिए लोगों की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह प्लानिंग बनाई गई है।
तीन चरण इस प्रकार होंगे
. डंपिंग प्वाइंट
. डस्टबिन फ्री
. मलबा आदि से मुक्ति
इनकी रहेगी मुख्य जिम्मेदारी
. एनजीओ
. समाजसेवी संस्थाओं
. रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन
. वार्ड पार्षद
. सफाई दरोगा
32 गाडिय़ों के चलने से डस्टबिन फ्री होगा शहर
अधिकारियों के अनुसार मौजूदा समय में शहर के मुख्य बाजारों को ही डस्टबिन फ्री किया गया है। कई अन्य मुख्य प्वाइंट है, जहां पर लोगों ने डस्टबिन हटाने की मांग की हैं। इस मांगों की सूची नगर निगम तैयार कर रहा है। मगर, शहर को डस्टबिन फ्री तभी किया जा सकता है। जब नई आई कचरा उठाने की 32 गाडिय़ों सड़कों पर दौड़ेगी। अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही यह गाडिय़ों वार्ड के अनुसार सेग्रीगेशन के हिसाब से कचरा उठाएगी। इन गाडिय़ों से सुबह व शाम दोनों समय कचरा उठाया जाएगा और डस्टबिन फ्री शहर बनाने की कवायद शुरू होगी।
मलबे की समस्या का होगा स्थाई समाधान
शहर में बड़े स्तर पर भवनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से लेकर वार्डों में भवनों का निर्माण हो रहा है। लेकिन मलबा डालने को लेकर कोई स्थान निर्धारित नहीं किया गया है। इस कारण साउथ बाइपास से लेकर ग्रीन बेल्ट तक में बड़े स्तर पर मलबा डाला जा रहा है। सेक्टर 14 में पंजाबी धर्मशाला के साथ खाली जगह को पूरी तरह से मलबे से भर दिया गया है।
जहां पर लोगों को खाली जगह दिखाई देती है, वहीं मलबा डाल देते है। जबकि नक्शा पास करवाने के दौरान मलबा फीस अधिकारियों की ओर से ली जाती है, ताकि भवन मालिक मलबे को गलत जगह पर डंप नहीं करें। इसलिए मलबा डंपिंग को लेकर तीसरे चरण में विशेष कार्रवाई निगम अधिकारियों की ओर से की जाएगी।
सड़क से हटवाने के लिए किया था विरोध
एचएयू के चार नंबर गेट सामने पार्क के पास पहले डंपिंग प्वाइंट बनाया हुआ था। पिछले दिनों निगम कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान प्रशासन ने रात को कूड़ा उठवाया था। वह स्थान दोबारा डंपिंग प्वाइंट ना बने इस लिए आस पास के लोग कुर्सी डाल कर बैठ गए थे। उसके बाद नगर निगम ने पार्क के साथ सड़क को डंङ्क्षपग प्वाइंट बनाने की बजाए राजगढ़ रोड पर ग्रीन बेल्ट को कूड़ा डंपिंग प्वाइंट बनवा दिया था। मगर लोगों के विरोध के बाद पार्क के साथ की सड़क साफ हो गई है।
-- हम तीन चरण में अपना अभियान चलाएंगे। अभियान के पहले चरण में शहर के बड़े डंपिंग प्वाइंटों को क्लीन किया जाएगा। इसलिए डंपिंग प्वाइंटों का सर्वे कर आंकड़ा जमा किया जा रहा है।
- रामजीलाल, एसई , नगर निगम