एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारियों का तीन दिवसीय क्रमिक अनशन खत्म, अब 27 से काम रोको हड़ताल होगी शुरू
बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ ने राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर आज तीन दिवसीय क्रमिक अनशन के तीसरे दिन भी महिला कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला
जेएनएन, हिसार : बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ ने राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर आज तीन दिवसीय क्रमिक अनशन के तीसरे दिन भी महिला कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला। अनशन की शुरुआत से पूर्व देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपायी के निधन उपरात शोक संवेदना प्रकट करते हुए मौन रख श्रद्धाजलि अर्पित की गई। क्रमिक अनशन और प्रदर्शन की अध्यक्षता एसोसिएशन के जिला प्रधान अनिल गोयत ने की और मंच संचालन संयुक्त रूप से जि़ला सचिव बजरंग और जि़ला प्रेस सचिव नूर मोहम्मद ने किया। तीन दिवसीय क्रमिक अनशन के तीसरे दिन अनशन पर बैठने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों में सुरेश कुमारी,दर्शना,ओमी देवी,शीला देवी,सुरेश,सुमन,विनोद कुमारी महिला बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी,रमेश रंगा,विनय सेतिया एचआई,विकास सन्द्लाना एमपीएचडब्ल्यू शामिल रहे। उषा गिल,शीला सोरखी,अनिल गोयत,सुरेन्द्र मान जि़ला प्रधान एसकेएस ने अनशन क्त्रमियों को माला पहनाकर अनशन पर बैठाया। इस अवसर पर सर्व कर्मचारी संघ के जि़ला प्रधान सुरेन्द्र मान ने सरकार की जन विरोधी,कर्मचारी विरोधी नीतियों की विस्तारपूर्वक चर्चा की। वक्ताओं ने सरकार की झूठी,वायदाखिलापी और विश्वासघाती नीतियों की जमकर आलोचना करते हुए बताया कि एसोसिएशन काफ़ी लंबे समय से अपनी लंबित मांगों को लेकर संघर्षरत है जिनको मुख्यमंत्री,स्वास्थ्य मंत्री,अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य ),महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा स्वीकृति प्रदान करने के बावजूद अधिसूचना जारी नही की जा रही। बार बार झूठे आश्वासन देकर बरगलाया जा रहा है । अनिल गोयत ने सरकार को चेताते हुए बताया कि यदि क्त्रमिक अनशन के बावजूद भी सरकार ने अधिसूचना जारी नही की तो 27 अगस्त से सभी स्वास्थ्य कर्मचारी को स्वास्थ्य सेवाएं बाधित करते हुए काम रोको हड़ताल करने को बाध्य होंगे। स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने के लिये जो असुविधाएं आमजन को होगी उसके लिये हरियाणा सरकार और स्वास्थ्य विभाग प्रशासन की होगी। स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रमुख माँगों में निम्नलिखित मांगें शामिल हैं।
1) बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी वर्ग को तकनीकी घोषित किया जाए।
2) बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के महिला और पुरुष कर्मियों को वेतनमान 9300-34800 ग्रेड पे 4200? सातवें वेतनमान आयोग में में लेवल 6 लागू करने की अधिसूचना जारी की जाए।
3) आरसीएच परियोजना में कार्यरत अनुबंधित महिला कर्मियो को 2 साल की सेवा उपरात नियमित किया जाए,नियमित होने तक माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्णयानुसार समान काम समान वेतनमान लागू किया जाए।
4) एमपीएचडब्ल्यू पुरुष कर्मियों का वर्दी भत्ता,एफटीए बढ़ोतरी की अधिसूचना जारी की जाए।
5) आरसीएच परियोजना में कार्यरत एमपीएचडब्ल्यू महिला कर्मियो को एफटीए और वर्दी भत्ता दिया जाए।
6) नए बने स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों में नोर्म के अनुसार एमपीएचएस,एमपीएचडब्ल्यू महिला और पुरुष का पद सर्जित किया जाए।
क्त्रमिक अनशन में जि़लेभर से आए सैंकड़ों बहुद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भाग लिया जिनमें प्रमुख पदाधिकारियों में जितेंद्र मलिक,रतन शर्मा,प्रेम सैनी,रमेश मलिक,प्रताप कुंडू,सुरेश कोहली,अंग्रेज सिंह,विनय सेतिया,अनिल चहल,अमरजीत,जशवंत सिंह,संजय खटक,जगदीप मान,कमला,बिमला देवी,शीला देवी,सुरेश देवी,हसीना खान,अनीता,चंचल,नरेश कुमारी,नीरज कुमारी,राज़बाला यादव,सुरेन्द्र सोनी,विकास सन्द्लाना,दलबीर,रमेश कुंडू,प्रौमिला कुंडू,राममेहर शर्मा,अनिल उमरा,पुश्पेन्द्र,रामराज,सुनील शर्मा,अजीत सिंह,उमेद सिंह,सुनील अहलावत,महेंद्र यादव आदि शामिल रहे।