वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में चांदी जीत एयरपोर्ट पहुंचे अमित पंघाल को मां ने खिलाया खीर-चूरमा
रूस में हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश को पहली बार सिल्वर मेडल दिलाने वाले अमित पंघाल रोहतक के मायना गांव के हैं ओर खीर चूरमे के शौकीन हैं। वो बुधवार को घर आएंगे।
रोहतक, जेएनएन। रूस में हाल ही में हुई वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश को पहली बार सिल्वर मेडल दिलाने वाले अमित पंघाल का कहना है कि मेडल का रंग बदल उसे सुनहरा करने के लिए वे अब और अधिक मेहनत करेंगे। चैंपियनशिप में मेडल जीत देश का नाम रोशन करने वाले अमित का स्वागत करने के लिए उनके परिजन व ग्रामीण एयरपोर्ट पहुंचे।
अमित के पिता बिजेंद्र सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट पर आने के बाद सभी ने फूलों से उनका स्वागत किया। वहीं, उनकी मां ऊषा ने खीर-चूरमा खिला कर बेटे का मुंह मीठा कराया। वहीं, अमित ने अपनी भतीजी महम व भतीजे केशव को गोद में उठा लिया और बच्चों को मेडल भी दिखाया।
बिजेंद्र ने बताया कि एयरपोर्ट पर ही उनसे मिलने के बाद वे आर्मी कार्यालय के लिए चले गए। अमित बुधवार को रोहतक पहुंचेंगे। यहां शिव मंदिर में उनका स्वागत किया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जाएंगी। बता दें कि अमित पंघाल रोहतक के मायना गांव के रहने वाले हैं।
बता दें कि भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने 18वें एशियन गेम्स में भारत को 14वां गोल्ड मेडल दिलाया था। 49 किलोग्राम भारवर्ग के मुक्केबाजी फाइनल प्रतियोगिता में अमित का सामना रियो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट उजबेकिस्तान के हसनबॉय दुश्मातोव के साथ हुआ था।
अमित ने इससे पहले इस वर्ष गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में लाइट फ्लाइवेट मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भारत के लिए सिल्वर मेडल जीता था। इससे पहले पिछले वर्ष यानी 2017 में उन्होंने एशियन चैंपियनशिप प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
अमित पंघाल का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के मायना में 16 अक्टूबर 1995 को हुआ था। अमित के पिता किसान हैं जबकि उनके बड़े भाई अजय भारतीय आर्मी में है। उन्होंने ही अमित को बॉक्सर बनने के लिए प्रेरित किया और वर्ष 2009 में अमित ने बॉक्सिंग ग्लप्स थाम लिया। वर्ष 2017 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप प्रतियोगिता में अपने डेब्यू में ही अमित ने गोल्ड मेडल जीता।
वर्ष 2017 में एशियन एमैच्योर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता और उन्होंने एआईबीए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई भी किया। इस प्रतियोगिता में वो क्वार्टर फाइनल तक पहुंचे और यहां उन्हें ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हसनबॉय दुश्मातोव के हाथों उजबेकिस्तान में हार झेलनी पड़ी। 2018 के फरवरी महीने में अमित ने सोफिया में आयोजित स्ट्रैंडझा कप में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं इसी वर्ष उन्होंने लाइट फ्लाइवेट कैटेगरी में कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।