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धनतेरस पर बाजारों में बरसा धन

एक अनुमान के मुताबिक धरतेरस पर हिसार में करीब 100 करोड़ का कारोबार हुआ है। कोविड-19 में जहां अक्टूबर तक बाजार में व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे थे वहीं त्योहारी सीजन में बाजारों में उमड़ी भीड़ ने उनके चेहरे खिला दिए हैं। ऑटो मोबाइल सेक्टर में सर्वाधिक खरीदारी आंकी गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 06:09 AM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 06:09 AM (IST)
धनतेरस पर बाजारों में बरसा धन
धनतेरस पर बाजारों में बरसा धन

जागरण संवाददाता, हिसार : धरतेरस के त्योहार पर शहर के विभिन्न बाजारों में धनवर्षा हुई। सोना-चांदी की दुकानों से लेकर बर्तन, पूजन सामग्री, ऑटो मोबाइल, मोबाइल, कपड़े, बर्तनों सहित दूसरे सामान की दुकानों पर बड़े स्तर पर कारोबार हुआ। एक अनुमान के मुताबिक धरतेरस पर हिसार में करीब 100 करोड़ का कारोबार हुआ है। कोविड-19 में जहां अक्टूबर तक बाजार में व्यापारी आर्थिक संकट से जूझ रहे थे, वहीं त्योहारी सीजन में बाजारों में उमड़ी भीड़ ने उनके चेहरे खिला दिए हैं। ऑटो मोबाइल सेक्टर में सर्वाधिक खरीदारी आंकी गई है। एजेंसी संचालकों की माने तो धरतेरस पर्व पर हिसार करीब 44 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है।

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44 करोड से ज्यादा ऑटो मोबाइल सेक्टर में कारोबार

शुक्रवार को धनतेरस पर शहर में कारों के 11 शोरूम से अलग-अलग कंपनियों की 407 गाड़ियां लोग घर लेकर गए। इसमें घरेलू व व्यवसायिक चार पहिया वाहन शामिल हैं। कुछ शोरूम पर पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अच्छी तो कुछ पर कम बिक्री नजर आई। पिछले वर्ष लोगों ने 55 करोड़ रुपये खर्च कर 469 कारें खरीदी थीं। इस बार 44.72 करोड़ रुपये की गाड़ियां बिकी हैं। वहीं दो पहिया वाहनों की बिक्री भी इस बार अच्छी हुई है। इस बार कुल 2950 दोपहिया वाहन सिर्फ धनतेरस पर बिके हैं। विक्रांत ऑटोमोबाइल से हीरो की 850 बाइक, चौधरी ऑटोमोबाइल पर 1800 हीरो के दोपहिया वाहन, 50 रॉयल इन्फील्ड, होंडा के 250 दोपहिया वाहन लोगों ने खरीदे। इनकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपये की है। इसके अलावा दीपावली के बाद दौज तक के लिए लोगों ने भारी बुकिग कराई हुई है।

टाटा की 50 गाड़ियां बिकी

टाटा टेलमॉस के जीएम पवन कुमार ने बताया कि धनतेरस तक तीन दिन में 50 गाड़ियां बिकी हैं। यह पिछले वर्ष से अधिक है। पिछले वर्ष धनतेरस पर गाड़ियां खरीदने के लिए लोगों ने पहले ही बुकिग करा दी थी। उस समय 40 गाड़ियां सिर्फ धनतेरस के दिन बिकी थी।

हुंडई की 50 कारें लोगों ने खरीदी

ओरियन हुंडई के जीएम देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि धरतेरस के दो दिनों में 50 गाड़ियां बिकी हैं। कोरोना महामारी के बाद इंडस्ट्री पहले तो प्रभावित दिख रही थी। अब त्योहार में हालात सुधरे दिखाई दे रहे हैं। पिछले वर्ष धनतेरस पर 55 गाड़ियां बिकी थी।

कॉमर्शियल व्हीकल में अशोका लीलैंड ने 10 गाड़ियों की बिक्री की। इसमें छोटी और बड़ी दोनों प्रकार की गाड़ियां शामिल रहीं।

महिद्रा की 95 गाड़ियों की हुई बिक्री

सुप्रीम ऑटोमोबाइल प्राइवेट लिमिटेड से राजेश मस्ताना ने बताया कि 50 पर्सनल व 45 कॉमर्शियल गाड़ियों लोगों ने खरीदी। पिछले वर्ष शहर में सर्वाधिक 130 गाड़ियों की बिक्री हुई।

मारुति की 42 गाड़ियों की बिक्री

हिसार ऑटोमोबाइल के जीएम प्रदीप सिंह ने बताया कि वीरवार को 27 व शुक्रवार को धनतेरस पर 15 गाड़ियां लोग घर लेकर गए। इस तरह दो दिनों में कुल 42 गाड़ियां बिकी हैं। पिछले वर्ष धनतेरस पर 35 गाड़ियों की बिक्री की थी। वहीं मॉडर्न ऑटोमोबाइल पर दो दिनों में कुल 100 गाड़ियां बिकीं।

टोयोटा की 40 तो निशान की 20 गाड़ियां खरीदी

मलिक टोयोटा के संचालक अक्षय मलिक ने बताया कि इस बार धनतेरस तक 40 गाड़ियां लोगों ने खरीदी। पिछले वर्ष धनतेरस पर 32 गाड़ियां बिकी थी। साथ ही 250 होंडा टू व्हीलर बिके। वहीं निशान कंपनी की 20 गाड़ियां बिकी। जीप शोरूम के मालिक विजय राघव एवं सेल्स मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि 5 गाड़ियां बिकी हैं।

सोने से अधिक चांदी की मांग

भारतीय स्वर्णकार संघ के प्रदेशाध्यक्ष छत्तरपाल सोनी के अनुसार हिसार की करीब 400 दुकानों पर इस बार करीब 5 करोड़ रुपये के आभूषण बिके हैं। धनतेरस पर लोगों ने चांदी के सामानों की जमकर खरीदारी की। आमजन से बातचीत की तो उन्होंने बताया धनतेरस पर अधिकतर लोगों ने चांदी की कटोरी, ग्लास, तुलसी के पत्ते, हाथी, कछुआ, चूहा, उल्लू, कमल का फूल, चांदी के सिक्के खरीदे। दीवाली की पूजा में मुख्यत: चांदी के सिक्के, कछुआ व चांदी में कछुआ रिग शुभ माने जाते हैं। कछुए को तरक्की का चिह्न माना जाता है। वहीं 10, 20, 50,100 और 200 ग्राम के सिक्कों की भी अधिक मांग रही खरीदे।

चांदी के आभूषण माने जाते हैं शुभ

धनतेरस के दिन चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। अधिकतर महिलाएं चुटकी, पायल व चांदी की अंगूठी खरीदती हैं। इस त्योहारी सीजन में चांदी की अच्छी खासी डिमांड है।

मुंबई व राजकोट से भी आते हैं आभूषण

खजांचियान बाजार में चौधरी ज्वेलर्स के संचालक कपिल सोनी का कहना है कि उनके पास मुंबई, राजकोट, दिल्ली से बने आभूषण भी आते हैं। आर्डर मिलने पर हम खुद भी आभूषण तैयार करते हैं।

करीब 50 लाख के बर्तन बिके

राजगुरु मार्केट से भगत सिंह चौक मार्केट क्षेत्र में बर्तनों का कारोबार करने वाले नरेश कुमार ने बताया कि हिसार में 110 बर्तन के कारोबारी हैं। इस साल पूर्व की भांति कारोबार काफी मंदा रहा। अनुमान के अनुसार करीब 50 लाख रुपये के बर्तनों की बिक्री हुई है।

निगम टीम ने हटवाया अतिक्रमण : धरतेरस पर भी नगर निगम की तहबाजारी टीम ने बाजारों में से अतिक्रमण हटवाया। जो लोग मास्क नहीं पहने हुए थे, उनके चालान भी किए गए। तहबाजारी इंचार्ज सुरेंद्र वर्मा और सुरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में निगम टीम ने शहर में व्यवस्था करवाने का कार्य किया।

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कारोबार पिछले साल के मुकाबले इस बार कम हुआ है। इसका मुख्य कारण कोविड-19 महामारी है। मौजूदा समय में बाजार में ग्राहक बढ़ रहे हैं, जो व्यापारियों के लिए राहत की खबर है। हालांकि कोरोना के कारण व्यापार को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई में समय लगेगा।

- गौतम नारंग, प्रधान, राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन, हिसार।


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