बैंक खातों से चोरी हो रहे पैसे, शातिर हैकर्स धोखाधड़ी कर बैंक खातों से निकाल रहे है मोटी रकम
हांसी क्षेत्र में साइबर अपराधी सक्रिय हैं। हैकर्स बैंक खातों में ऑनलाइन सेंध
संवाद सहयोगी, हांसी: क्षेत्र में साइबर अपराधी सक्रिय हैं। हैकर्स बैंक खातों में ऑनलाइन सेंध लगाकर रकम चुराने की लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ऑनलाइन ठगी व बैंक खातों में सेंधमरी करके पैसे निकालने की कई बड़ी वारदात होने के बाद भी जिला पुलिस की साइबर सैल को इन शातिर साइबर अपराधियों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है । वहीं ठगी का शिकार होने वाले लोगों की सहायता करने के बजाए पुलिस उन्हें इस थाने से उस थाने के चक्कर कटवा रही है।
इस साल अब तक ठगी कर बैंक खातों से पैसे निकालने की 7 वारदातें हो चुकी हैं। नए मामले में खरक पूनिया गांव निवासी एक लेक्चरर के बैंक खाते से एक लाख रुपये की राशि निकलने का मामला सामने आया है। शातिर ठगों ने लेक्चरर के खाते से एक लाख की राशि अमृतसर के बैंक खाते में ट्रांसफर कर ली।
पुलिस को दी शिकायत में डबवाली में तैनात लेक्चरर विकास ने बताया कि उसके खातें में 11 अप्रैल को 40 हजार रुपये किसी अज्ञात स्त्रोत से ट्रांसफर हुए। इसके बाद उसके खाते में 60 हजार रुपये वेतन आया। कुछ ही देर में 40 हजार की राशि को उमरा गेट पर स्थित एटीएम केंद्र से ठगों ने निकाल लिया व 60 हजार की राशि को ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया गया। इसके बाद वह बरवाला थाने पहुंचा तो उन्होंने सदर हांसी का एरिया होने की बात कही जिसके बाद सदर थाना हांसी पहुंचा तो यहां शहर थाने का क्षेत्र के अंतर्गत मामला आने होने की बात कही गई। आखिर पीड़ित ने सीएम विडो व एसपी को मामले में शिकायत कर दी। जिसके बाद मंगलवार को शहर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
बता दें कि इस साल अब तक बैंक खातों में सेंधमरी कर पैसे निकालने की कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं जिससे साफ है कि ऑनलाइन ठगों के एक बड़ा गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है और लगातार वारदातों को अंजाम देकर लोगों को आर्थिक चपत लगा रहा है। ऑनलाइन ठगी की वारदातें
2 जनवरी - सुनील के खाते से 60 हजार निकले
3 जनवरी - मीनाक्षी के खाते से 6500 निकले
3 जनवरी - सुनील के खाते से 60 हजार निकले
22 जनवरी- ओमप्रकाश के खाते से 21 हजार की निकले
25 जनवरी - संतलाल के खाते से 90 हजार निकले
15 मार्च - आशा रानी के खाते से 47 हजार निकले
11 अप्रैल - विकास के खाते से 1 लाख निकले एटीएम उपभोक्ता के पास, फिर भी ठग खातों में लगा रहे हैं सेंध
बैंक खातों से ऑनलाइन ठगी करने वाला गिरोह कितना शातिर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उपभोक्ताओं के एटीएम व अन्य दस्तावेज उनके पास होते हैं इसके बावजूद खातों से पैसे निकल गए। एक मामले में तो नया खाता खुलवाकर उपभोक्ता ने एटीएम कार्ड अभी लिफाफे से निकाला भी नहीं था कि उसके खाते से शातिर ठगों ने पैसे निकाल लिए। पुलिस के भी समझ नहीं आ रहा है कि बैंक खातों से सेंधमरी की वारदातों को कैसे रोका जाए।