विधायक डा. कमल गुप्ता बोले - मेरी पत्नी इंदौर से हैं, यहां स्वच्छता का हाल देख मुझे ताने मारती हैं
मेरी पत्नी इंदौर से हैं और यहां शहर में स्वच्छता का हाल देख ताने मारती हैं। बीते दिनों मैं खुद भी इंदौर गया था, वहां विदेशों जैसा नजारा था।
जेएनएन, हिसार : मेरी पत्नी इंदौर से हैं और यहां शहर में स्वच्छता का हाल देख ताने मारती हैं। बीते दिनों मैं खुद भी इंदौर गया था, वहां विदेशों जैसा नजारा था। हमें रैंकिंग में 146वें नंबर पर संतोष नहीं करना है, बल्कि हमें टॉप 10 में आना है। यह कहना विधायक डा. कमल गुप्ता का। डा. गुप्ता रविवार को राजगुरु मार्केट में स्वच्छता समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार अकेले शहर को स्वच्छ और सुंदर नहीं बना सकते। दुकानदारों और शहरवासियों को आगे आना होगा। हमें स्वच्छता का संकल्प लेना होगा। हम बदल रहे हैं, इसमें कोई शक नहीं है।
15 अगस्त को हिसार के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहली उड़ान भरेंगे। लोग कहते हैं कि मैं मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखाता हूं। मैं आप लोगों से अपील करता हूं। आप स्वयं जाकर देखिये। मेरी आप लोगों से अपील है कि घर अपना है, गली आपकी है, शहर आपका है। इसे स्वच्छ और सुंदर बनाने की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। कंपोस्ट में जींद से पीछे रह गए हम
स्वच्छ भारत मिशन के कोर्डिनेटर दिनेश कुमार ने बताया कि बेशक हिसार 291 से 146वें पायदान पर आ गया हो, लेकिन कचरा प्रबंधन से कंपोस्ट बनाने के मामले में हिसार बहुत पीछे है। 1400 अंकों में से सिर्फ 300 अंक ही मिले हैं। हमें जींद से सीखना चाहिए। जींद ने तीन महीने में सेनिटेशन पार्क का निर्माण किया है। पार्क में खाद तैयार की जाती है और बेची जाती है। साथ ही लोग पार्क में घूमने आते हैं। पार्क इस प्रकार से बनाया गया है कि बदबू का नामो- निशान नहीं है। हम पार्क में बैठकर खाना भी खा सकते हैं। हमें कंपो¨स्टग को लेकर बहुत ज्यादा काम करने की जरूरत है।
शहर की दस फीसद आबादी ने स्वच्छता एप का प्रयोग नहीं किया तो हिसार को थ्री स्टार ग्रे¨डग नहीं मिलेगी। जितने ज्यादा लोग स्वच्छता एप का प्रयोग करेंगे, शहर का उतना ही विकास होगा। पहली बार रैं¨कग के अंकों का गणित इस प्रकार बनाया गया है कि यह पूर्ण रूप से नागरिकों की भागीदारिता पर निर्भर होगा। कंपोस्ट और कचरा प्रबंधन में पीछे रहे हम
निगम आयुक्त अशोक बंसल ने कहा कि वार्ड तीन से हम आदर्श वार्ड बनाने की शुरुआत कर रहे हैं। टीमें तैयार हैं। कुछ कमियां हमारी रही हैं, लेकिन वह बेसिक कमियां थीं। कचरे से खाद बनाने के पायलेट प्रोजेक्ट को हम समय रहते शुरू नहीं कर पाए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जमीन और पैसे पर मामला अटका हुआ था। सब क्लियर हो चुका है। अब जैसे ही पशुपालन विभाग से जमीन मिलती है, प्रोजेक्ट शुरू कर दिया जाएगा। आप लोगों से अपील है कि स्वच्छता एप का प्रयोग अधिक से अधिक करें। 24 घंटे में समस्या का समाधान होगा। सफाई को लेकर हमें खुद ध्यान देना होगा। राजगढ़ रोड का जिक्र करते हुए निगम आयुक्त ने कहा कि शहर की मुख्य राजगढ़ रोड की ग्रीन बेल्ट और आसपास गंदगी फैलाने से हम बाज नहीं आते। वहां पर स्पेशल गाड़ियां लगाई गई हैं, लेकिन लोग कुछ कदम चलना भी गवारा नहीं समझते। हमें शहर को अपना समझना होगा और सफाई के प्रति संकल्प लेना होगा।