Move to Jagran APP

हांसी में बालिका वधू बनने से बची नाबालिग, 14 साल की किशोरी का 39 साल के व्यक्ति से हो रहा था विवाह, प्रोटेक्शन ऑफिसर ने रूकवाया

संवाद सहयोगी हांसी जिस उम्र में अपने बेटी के हाथों में परिवार को किताब थमानी चाहिए उस

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Jun 2021 07:53 AM (IST)Updated: Mon, 21 Jun 2021 07:53 AM (IST)
हांसी में बालिका वधू बनने से बची नाबालिग, 14 साल की किशोरी का 39 साल के व्यक्ति से हो रहा था विवाह, प्रोटेक्शन ऑफिसर ने रूकवाया

संवाद सहयोगी, हांसी: जिस उम्र में अपने बेटी के हाथों में परिवार को किताब थमानी चाहिए, उस उम्र में एक परिवार ने अपने नाबालिग बेटी के हाथों में महेंदी रचाकर शादी का चूड़ा पहना दिया। अपनी 14 साल की मासूम बेटी का रिश्ता 39 साल के लड़के के साथ तय कर परिवार के लोग डीजे पर डांस कर रहे थे और हलवाई बरातियों के लिए पकवान बना रहे थे। तभी अचानक जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी पुलिस टीम के साथ पहुंच गई और लड़की की उम्र के दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए। पुलिस को देख परिवार के होश उड़ गए।

loksabha election banner

दरअसल, जिला महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी बबीता चौधरी को बोगा राम कालोनी में बाल विवाह की शिकायत मिली थी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंच गई और लड़के के उम्र संबंधित दस्तावेज मांगे। परिवार के सदस्यों ने नौंवी कक्षा का एक फर्जी प्रमाण पत्र पेश कर दिया जो प्रारंभिक तौर पर ही फर्जी साबित हो गया। इसके बाद परिवार से आधार कार्ड मांगा गया, जिसे दिखाने में परिवार फेल रहा। शुरुआत में तो परिवार लड़की के नाबालिग होने की बात मानने से साफ इंकार करता रहा, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ की तो सच्चाई कबूल करते हुए मान लिया कि उनकी बेटी नाबालिग है। लड़की की मां फिर हाथ जोड़कर टीम के सामने रोने लगी और कहा कि उनकी बेटी की शादी हो जाने दो। जिला संरक्षण अधिकारी ने परिवार को कानून के बारे में समझाया और काउंसिलिग कि जिसके बाद परिवार मान गया। परिवार को सख्त चेतावनी दे कर छोड़ा गया है।

लड़के के परिवार थाने में तलब

लड़की का रिश्ता उकलाना के एक गांव में तय हुआ था। जांच में लड़के के उम्र करीब 39 वर्ष मिली। लड़के के परिवार से संरक्षण अधिकारी ने बातचीत की और उन्हें सोमवार को हिसार महिला थाना में पेश होने के निर्देश दिए। फर्जी सर्टिफिकेट किया पेश

लड़की व परिवार के सदस्यों के बयानों में भारी अंतर था और लड़की का जो नौंवी कक्षा का प्रमाण पत्र पेश किया गया वह भी प्रारंभिक तौर पर फर्जी लगा। बताया गया कि फर्जी सर्टिफिकेट लड़के वालों की तरफ से किसी ने बनवाया है। सर्टिफिकेट की जांच करवाई जाएगी। लड़की के परिवार को नोटिस दिया गया है।

- बबीता चौधरी, महिला एवं बाल संरक्षण अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.