रोहतक MDU कुलपति विश्वविद्यालय में लगाएंगे खुला दरबार, छात्र कल्याण विभाग में विद्यार्थियों से करेंगे सीधा संवाद
रोहतक में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में यह पहला अवसर होगा जब कोई कुलपति इस तरह खुला दरबार लगाकर विद्यार्थियों से सीधे संवाद करेंगे। इससे पहले किसी भी कुलपति ने इस तरह का प्रयोग विश्वविद्यालय में नहीं किया। प्रो. राजबीर सिंह पहले कुलपति हैं।
ओपी वशिष्ठ, रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने खुला दरबार लगाकर विद्यार्थियों से सीधे संवाद करेंगे। विद्यार्थियों की समस्याएं सुनने के साथ-साथ उनके महत्वपूर्ण सुझाव भी लेंगे ताकि विश्वविद्यालय को शैक्षणिक, शोध, खेल व अन्य गतिविधियों के लिए बेहतर वातावरण तैयार किया जा सके। छात्र कल्याण विभाग में सप्ताह में दो दिन निर्धारित किए हैं। उनके साथ विश्वविद्यालय के प्रमुख अधिकारी भी मौजूद रहेंगे ताकि विद्यार्थियों की समस्याओं का मौके पर ही निवारण किया जा सके।
ये अधिकारी रहेंगे मौजूद
एमडीयू में विद्यार्थियों की शिकायत रहती हैं कि उनकी समस्याओं का समय पर निवारण नहीं हो पाता। कुलपति से कार्यालय में कई बार उनकी व्यवस्तता व अन्य कारणों के चलते मुलाकात नहीं हो पाती। अगर मुलाकात हो भी जाती है तो उनकी समस्याएं संबंधित विभाग या अधिकारी तक पहुंचने में देर हो जाती है। विद्यार्थियों का इस तरह से फीडबैक कुलपति प्रो. राजबीर सिंह को मिला था। कुलपति ने फीडबैक के आधार पर सप्ताह में दो दिन छात्र कल्याण विभाग में विद्यार्थियों से रूबरू होने का निर्णय लिया ताकि उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो सके। कुलपति छात्र कल्याण विभाग के डीन कार्यालय में सोमवार और बृहस्पतिवार को मौजूद रहेंगे। उनके साथ मुख्य परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिंधु, सुरक्षा नियंत्रक तरूण शर्मा, प्रोक्टर, चीफ हास्टल वार्डन, छात्र कल्याण विभाग के डीन, खेल निदेशक व अन्य अधिकारी भी साथ रहेंगे।
विश्वविद्यालय में होगी यह नई परंपरा
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में यह पहला अवसर होगा, जब कोई कुलपति इस तरह खुला दरबार लगाकर विद्यार्थियों से सीधे संवाद करेंगे। इससे पहले किसी भी कुलपति ने इस तरह का प्रयोग विश्वविद्यालय में नहीं किया। प्रो. राजबीर सिंह पहले कुलपति हैं, जिसने विद्यार्थियों के बीच इस तरह जाने का निर्णय लिया है। सप्ताह में निर्धारित दो दिन के अलावा भी विद्यार्थी अपनी समस्याएं छात्र कल्याण विभाग में डीन डा. राजकुमार के माध्यम से कुलपति तक भेज सकते हैं। अगर कोई जरूरी होगा तो उसी दिन विचार किया जाएगा।
विद्यार्थियों को अपनी समस्याओं के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा
कार्यालय व आवास में कई बार विद्यार्थियों से मुलाकात नहीं हो पाती। कई बार विश्वविद्यालय से बाहर भी जाना पड़ जाता है, जिसकी जानकारी विद्यार्थियों को नहीं रहती। इसलिए उनको कार्यालय में जाना पड़ता है। विद्यार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत न रहे, इसलिए सप्ताह में दो दिन निर्धारित किए है। इससे विद्यार्थियों को अपनी समस्याओं के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
प्रो. राजबीर सिंह, कुलपति एमडीयू, रोहतक