कॉमनवेल्थ में जिस बॉक्सर से हारे, उसी को हरा मनीष ने छीना ओलंपिक का टिकट
मनीष कौशिक ने उसी आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज को हरा कर ओलंपिक टिकट छीना जिसने कॉमनवेल्थ 2018 के फाइनल मुकाबले में मनीष को गोल्ड से वंचित कर दिया था।
भिवानी [सुरेश मेहरा] जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक 2020 के लिए मनीष कौशिक ने शानदार वापसी करते हुए ओलंपिक टिकट प्राप्त कर लिया। मनीष ने उसी आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज को हरा कर ओलंपिक टिकट छीना जिसने कॉमनवेल्थ 2018 के फाइनल मुकाबले में मनीष को गोल्ड से वंचित कर दिया था। इस उपलब्धि के साथ ही देश के नाम अब तक सबसे ज्यादा 9 मुक्केबाजों को ओलंपिक कोटा मिलने का रिकार्ड जुड़ गया।
इनमें चार मुक्केबाज हरियाणा से और उनमें भी तीन अकेले भिवानी से शामिल हैं। जापान के टोक्यो में हरियाणवी पंच दम दिखाएगा इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती।
मनीष कौशिक का दिन रहा बुधवार
बुधवार को ओलंपिक क्वालीफाइ के लिए भिवानी के गांव देवसर निवासी मनीष कौशिक ङ्क्षरग में उतरे तो उनके सामने आर-पार के सिवार कुछ नहीं था। इससे भी बढ़ कर उनके सामने ङ्क्षरग में प्रतिद्वंद्वी के रूप में कॉमनवेल्थ 2018 में मनीष को गोल्ड से वंचित करने वाले आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज हैरी थे। मनीष ने उस हार का बदला हैरी को 4-1 से हरा कर लिया। मनीष के शानदार पंच ने हैरी को ङ्क्षरग से बाहर कर दिया। जैसे ही मनीष का ओलंपिक टिकट पक्का हुआ परिवार जनों और खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
परिजन बोले, उसी से टिकट छीना जिसने कॉमनवेल्थ में छीना गोल्ड
पिता सोमदत्त और मां देवकी को बेटे की जीत का ठिकाना नहीं था। बोले भगवान का शुक्रिया है कि बेटे ने आखिर ओलंपिक का टिकट पक्का कर लिया। इससे भी ज्यादा खुशी इस बात की है कि उसने 2018 कॉमनवेल्थ में मनीष के हाथ से गोल्ड छीनने वाले आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज को हरा कर ओलंपिक का टिकट छीन लिया। वर्ष 2018 में इस आस्ट्रेलियाई मुक्केबाज हैरीग्रेसाइट से हमारा बेटा 3-2 से हार गया था। लेकिन अब उसी हार का बदला ले लिया। मनीष के ताऊ घनश्याम, लेखराम और चाचा पवन कौशिक बोले हमें बेटे पर भरोसा था। भाई मनोज, विकास और विपिन का कहना था कि मनीष पूरे तैयारी के साथ ङ्क्षरग में उतरे ओर पुरानी हार का बदला लेकर ओलंपिक का टिकट आखिर हासिल कर लिया। कोच सन्नी गहलावत, मेंटर मंजीत और प्रवीण ने भी खुशी जताते हुए कहा कि अब ओलंपिक में पदक जीत कर लौटेगा मनीष।
हरियाणवी पंच ओलंपिक में दिखाएगा दम
हरियाणा के चार मुक्केबाज टोक्यो ओलंपिक में दम दिखाने को तैयार हैं। उनके चयन के बाद हरियाणा ही नहीं पूरे देश में हरियाणी पंच के दम पर मेडल की उम्मीदें बढ़ गई हैं। ये मुक्केबाज ओलंपिक में दिखाएंगे दम और उनके नाम अब तक ये रही हैं
मनीष के नाम अब तक ये हैं उपलब्धियां
* भार वर्ग : 63 किलो
* अब तक मेडल जीत चुके 22
* रसिया में 2019 में विश्व चैंपियनशिप कांस्य
* कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में रजत
* दक्षिण एशियन गेम्स 2019 रजत
* कजाक इंटरनेशन बॉक्सिंग 2017 में रजत
* फिलहाल सेना में सूबेदार पद पर कार्यरत
2. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज विकास कृष्णन यादव
* भार वर्ग : 69 किलो
* अवार्ड : अर्जुन अवार्ड
* रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य
* कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में गोल्ड
* इसके अलावा ढेरों उपलब्धियां
* फिलहाल हरियाणा पुलिस मेंं डीएसपी हैं।
अमित पंघाल के नाम ये हैं उपलब्धियां
गांव : मायना रोहतक
वर्ष 2009 में सब जूनिययर नेशनल बॉक्सिंग में चैंपियनशिप में गोल्ड
वर्ष 2017 सीनियर नेशनल बॉक्सिंग में गोल्ड
वर्ष 2017 एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य
वर्ष 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में सिल्वर
वर्ष 2018 एशियाई खेलों में गोल्ड
वर्ष 2019 में एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर
वर्ष 2019 में वल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर
पूजा बोहरा अंतरराष्ट्रीय महिला मुक्केबाज
भार वर्ग 75 किलो
गांव : नीमड़ीवाली भिवानी।
अवार्ड : भीम अवार्ड
वर्ष : 2019 मंगोलिया एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड
वर्ष 2016 एशियन चैंपियनशिप में रजत
वर्ष 2014 में कोरिया में हुए एशियन गेमस में गोल्ड