सिरसा में दौलतपुर खेड़ा के पास मम्मड़ नहर टूटी, किसान मौके पर जुटे, हर तरफ पानी ही पानी
दौलतपुर खेड़ा के पास मम्मड़ नहर में दरार आ गई। सुबह नहर टूटने के कारण बड़ागुढ़ा गांव की तरफ के खेतों में जलभराव हो गया। हालांकि खेत खाली नहीं होने के चलते नुकसान नहीं हुआ लेकिन जिन किसानों की आज पानी लगाने की बारी थी उनकी बारी मिस हो गई।
जागरण संवाददाता, सिरसा : बड़ागुढ़ा क्षेत्र के गांव दौलतपुर खेड़ा के पास मम्मड़ नहर में दरार आ गई। प्रात: के समय नहर टूटने के कारण बड़ागुढ़ा गांव की तरफ के खेतों में जलभराव हो गया। हालांकि खेत खाली नहीं होने के चलते नुकसान नहीं हुआ लेकिन जिन किसानों की आज पानी लगाने की बारी थी, उनकी बारी मिस हो गई। नहर टूटने की सूचना मिलने पर विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। नहर को पाटने के लिए पंजाब की तरफ से नहर में पानी बंद करवाया गया है। पानी बंद होने के बाद नहर को पाटने का काम किया जाएगा। नहर टूटने की सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के किसान मौके पर पहुंचना शुरू हो गए।
बड़ागुढ़ा क्षेत्र के गांव सुब्बाखेड़ा से दौलतपुर खेड़ा रोड पर नहर पुल के पास यह नहर पहले भी टूट चुकी है। किसानों के मुताबिक सोमवार को ही नहर में पानी आया था। जिसके बाद लोगों ने बीटी काअन की बिजाई करने के लिए खेतों में सिंचाई करनी थी लेकिन बुधवार अल सुबह अचानक नहर टूटने से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। वहीं नहर टूटने के कारण मम्मड़ टेल पर पानी नहीं पहुंचेगा। बड़ागुढ़ा, सुब्बाखेड़ा और दौलतपुर खेड़ा आदि गांव के किसान मम्मड़ नहर पर पहुंचे। किसानों ने नहर विभाग के अधिकारियों से नहर को जल्द पाटने का प्रबंध करने की मांग की ताकि क्षेत्र के किसान सिंचाई कर सकें।
उन्होंने कहा कि जहां से नहर कमजोर है, वहां तटबंध मजबूत किए जाएं। वहीं क्षेत्र के किसानों ने बताया कि सिंचाई के मौसम में नहर टूट जाने से उन्हें नुकसान हुआ है। गर्मी के कारण पहले ही नहरों में पानी कम आ रहा है। अब अचानक नहर टूटने के कारण जिन किसानों की पानी की बारी थी, वह आज मिस हो गई। किसानों ने विभागीय अधिकारियों से मांग की कि नहर की सफाई करवाई जाए और इसके किनारे मजबूत किए जाएं।