Live Hisar Coronavirus News Update: आइसोलेशन वार्ड व होटलों में ठहराए डॉक्टर अब एचएयू में होंगे क्वारंटाइन
Hisar Coronavirus Live Update सिविल अस्पताल में मरीजों की देखभाल में जुटे डॉक्टरों को होटलों में क्वारंटाइन कर दिया गया था। अब एचएयू में भेजा जाएगा।
हिसार, जेएनएन। सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी देने वाले डॉक्टर जो शहर के फ्लेमिंगो होटल में रह रहे थे। उन्हें सोमवार से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) के फेकल्टी हाउस में क्वारंटाइन पर भेजा जाएगा। आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों और स्टाफ को एहतियात के लिए घर नहीं भेजा जाता, बल्कि उन्हें शहर के होटल और धर्मशालाओं में ठहराया गया है। सिविल अस्पताल की ओर से डॉक्टरों को फ्लेमिंगो व राजेश होटल में और अन्य कर्मचारियों को धर्मशालाओं में ठहराया गया है। आइसोलेशन वार्ड में 10-10 दिन के डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई हैं। सोमवार को एक बैच के डॉक्टरों की ड्यूटी पूरी हो जाएगी, जिसके बाद इन्हें कृषि विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन पर भेजा जाएगा।
क्वारंटाइन के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने पर फिर से देंगे ड्यूटी
अस्पताल के नियम के अनुसार क्वारंटाइन पर भेजे गए डॉक्टर व अन्य स्टाफ का क्वारंटाइन का समय पूरा होने पर उनके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही वे ड्यूटी ज्वाइन करेंगे।
सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में डयूटी दे रहे डॉक्टरों का बैच पूरा होने पर वहां काम कर रहे डॉक्टरों को अब क्वारंटाइन में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भेजा जाएगा। वहीं अगले बैच के डॉक्टर अब आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी देंगे।
- डा. योगेश शर्मा, सीएमओ, हिसार।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में भेजने पर डॉक्टरों में रोष
इधर सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पिछले 10 दिनों में ड्यूटी देने वाले डॉक्टरों में इस बात को लेकर रोष व्याप्त है कि उन्हें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन पर क्यों भेजा जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि वो आइसोलेशन में ड्यूटी देने के दौरान अपने घरों में ना जाकर पिछले 10 दिनों से फ्लेमिंगों होटल में ही रह रहे हैं। यहां पूरी एहतियात बरतते हैं। एंट्री और आउटर गेट पर पीपीई डालते और निकाल देते हैं। डॉक्टरों की मांग है कि उन्हें हरियाणा कृषि विश्ववविद्यालय की बजाय फ्लेमिंग होटल में ही ठहराया जाए। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टरों ने जब विश्वविद्यालय के फेकल्टी हाउस में प्रथम तल पर रहने की इच्छा जताई तो उन्हें वीआइपी रूम बताकर वहां रूम देने से इन्कार कर दिया गया।
होटलों के कमरों को किया गया सैनिटाइज
अगले बैच के डॉक्टर आने से पहले कमरों को सैनिटाइज किया गया है। वहीं होटलों में पूरी सावधानी कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए बरती जा रही है। होटल में एंट्री और आउटर गेट पर डोनिंग और डो¨फग जोन बनाए गए है। डॉक्टर डोनिंग जोन में पीपीई किट डालते हैं और आठ-आठ घंटे की ड्यूटी के बाद डो¨फग जोन में पीपीई किट निकालकर अपने हाथों को व खुद को अच्छी तरह सैनिटाइज करने के बाद ही होटल के कमरों में दाखिल होते हैं।