हिसार में लेफ्ट राइट सिस्टम से बाजार खोलने का प्लान फेल, अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम
लेफ्ट राइट सिस्टम से दुकान खोलने की बात जब व्यापारियों ने नहीं मानी तो व्यवस्था बनाने के लिए मंगलवार को निगम की टीम बाजार में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। वहां भगदड़ मच गई।
हिसार, जेएनएन। हिसार में लेफ्ट राइट सिस्टम के अनुसार दुकानें खोलने का प्लान नहीं चल सका। दुकानदारों के विरोध के आगे प्रशासन ने हथियार डाल दिए। हालांकि बात नहीं मानने वालों पर कार्रवाई की बातें पहले भी कही जा रही थी तो अभी भी कही जा रही हैं। जब व्यापारियों ने प्रशासन की बात नहीं मानी तो व्यवस्था बनाने के लिए मंगलवार को निगम की टीम बाजार में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची।
निगम की टीम ने दुकानें के बाहर बरामदों में रखे सामान को हटाना शुरू किया तो दुकानदारों में खलबली मच गई। दुकानदारों ने इस दौरान किसी तरह का विरोध नहीं किया क्योंकि चालान बड़े भी कट सकते थे। मगर दुकानें अभी भी सभी की सभी खुली हुई हैं। ऐसे में प्रशासन के लिए लेफ्ट राइट सिस्टम लागू करवाना गले की फांस बन गया है। व्यापारियों ने ये भी चेतावनी दे रखी है कि अगर उनकी दुकानें पंद्रह दिन के हिसाब से खुलवाई गई तो वो पूरे बाजार को ही बंद करवा देंगे।
बता दें कि हिसार में वर्तमान में कोरोना के 53 एक्टिव केस हैं और शहर के बाजारों में जिला प्रशासन लेफ्ट-राइट प्लान को सिरे चढ़ाने में पूरी तरह असफल रहा है। सोमवार को जहां प्रशासन व्यापारियों से बातचीत कर प्लान को सिरे चढ़ाने की बात कर रहा था, लेकिन एक भी प्रशासनिक अधिकारी ने एसोसिएशन से बातचीत नहीं की। व्यापारी बाजारों में सुरक्षा के मद्देनजर प्रबंध करवाने के लिए डीसी से बातचीत के लिए बुलावे के इंतजार में रहे। हालांकि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें संदेश अवश्य मिला कि मंगलवार से बाजार की दुकानें सुबह 9 बजे से सायं 7 बजे तक दुकानें खोल पाएंगे। वहीं इस मुद्दे पर व्यापारियों ने मीटिंग बुलाकर आपसी विचार-विमर्श भी किया। साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर कई रास्तों पर गाड़ियों की एंट्री बैन रही।
व्यापारी बोले- आदेश थौपने के बजाय प्रशासन बातचीत कर व्यवस्था बनाए
जिला प्रशासन की बीच की कड़ियों को कमजोर बताते हुए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल ने कहा कि सरकार व्यवस्था करने के लिए उचित कदम उठा रही है। डीसी भी सरकार के आदेश पर व्यवस्था करना चाहती हैं लेकिन व्यापारी और डीसी के बीच में जो अफसरों की कड़ी है, वह अपनी जिम्मेदारी सही से नहीं निभा रही है। यही कारण है कि अभी तक व्यापारियों से बातचीत तक नहीं की गई। केवल कागजों में ही सुरक्षा के प्लान बन रहे हैं। यदि वे मार्केट की सही सूचना डीसी को दें और डीसी व्यापारियों से आकर बातचीत करें तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। अफसरों को अपनी हटधर्मिता तोड़कर बातचीत के लिए आगे आना चाहिए।
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल ने की मार्केट में गाड़ियों की एंट्री बैन करने की मांग
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग ने प्रशासन ने कहा कि सरकार ने अब बाजार को पूरी तरह खोल दिया है। ऐसे में लेफ्ट-राइट प्लान का कोई औचित्य नहीं बचता है। हां कोरोना से बचाव के लिए मार्केट में भीड़ को खत्म करने के लिए प्रशासन गाड़ियों की एंट्री बैन कर सकता है। साथ ही व्यापारियों से बातचीत कर उनसे आग्रह कर सकता है कि वे अपनी गाड़ियों मार्केट में न लेकर आएं ताकि बाजार खुला रहें।
कई जगह लगे नाके
राजगुरु मार्केट व आसपास के बाजारों में भीड़ न हो, इसके लिए मार्केट में नाके लगने शुरु हो गए हैं। पुलिस ने गुलाब ¨सह चौक से नागोरी गेट की तरफ आने वाले मार्ग पर नाक लगाकर गाड़ियों की एंट्री बैन कर दी। जिसका मुख्य कारण था कि बाजार में गाड़ियों के कारण जाम की स्थिति न पैदा हो। इस प्रकार की स्थिति अन्य जगहों पर भी करने की तैयारी हो रही है।
रेहड़ी यूनियन ने 9 बजे तक रेहड़ियां लगाने की मांग की
रेहड़ी पटरी फेरी वर्कर्स यूनियन हिसार ने शहर में रेहड़ी लगाने का समय अवधी रात 9 बजे तक बढ़ाने की मांग की है। यूनियन प्रधान दाताराम और सचिव दिनेश सिवाच में कहा कि ज्यादातर रेहड़ियां सायं को 5 बजे के बाद लगती हैं। 6 बजे ग्राहक आने शुरू होते हैं। ऐसे में हमारी मांग है कि रेहड़ी 9 बजे तक लगनी चाहिए। साथ ही स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 लागू किया जाए। इसके लिए 2 जून को प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
-------- व्यापारियों से डीसी को बातचीत कर सुरक्षा के लिए बेहतर प्लान बनाना चाहिए। व्यापारी प्रशासन का सहयोग करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। हमारी मांग है कि बातचीत कर ही बाजार के संबंध में कोई फैसला लेना चाहिए।
- गौतम नारंग, प्रधान, राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन हिसार।