Move to Jagran APP

रोहतक में इन परिवारों से सीखिए, छठी मंजिल की 450 गज की छत पर बना दिया पार्क, रख दिए 500 गमले

करीब 450 गज की छटवीं मंजिल की छत को ही पार्क और हरियाली का अड्डा बना दिया। फिलहाल छत को यह मिनी पार्क के रूप में उपयोग कर रहे हैं। यहां 500 गमलों में पौधों के साथ ही सात प्रकार की फूलों वाली बेल लगाईं गई हैं

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 08:40 AM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 08:40 AM (IST)
रोहतक में इन परिवारों से सीखिए, छठी मंजिल की 450 गज की छत पर बना दिया पार्क, रख दिए 500 गमले
रोहतक में छठी मंजिल की छत पर ही दिल्ली से लाकर घास उगा दी, 500 विशेष पौधे लगा दिए

रोहतक [अरुण शर्मा] रोहतक में डीएलएफ कालोनी स्थित आठ परिवारों से सभी को सीख लेने की जरूरत है। आक्सीजन के टोटे को लेकर चर्चाएं थीं। मगर यहां के सन गंगा वेलफेयर सोसाइटी में रहने वालों ने करीब 450 गज की छटवीं मंजिल की छत को ही पार्क और हरियाली का अड्डा बना दिया। फिलहाल छत को यह मिनी पार्क के रूप में उपयोग कर रहे हैं। यहां 500 गमलों में पौधों के साथ ही सात प्रकार की फूलों वाली बेल लगाईं गई हैं। सोसाइटी के उप प्रधान एवं मिनी पार्क की रखवाली का जिम्मा संभाल रहे अमरजीत सिंह गिल ने बताया कि हमारे यहां प्रधान प्रवीन खुराना, विजय कुमार गुप्ता ट्रेजरार, गौतम कालड़ा, राजेश मल्होत्रा, देशराज धींगड़ा, पीयूष नासा, संजय आदि हैं।

loksabha election banner

बीते साल जब लॉकडाउन लगा तो बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। छत खाली थी। हरियाली न होने के कारण मन नहीं लगता था। इसलिए फैसला लिया गया कि इसी छत को मिनी पार्क के रूप में विकसित करेंगे। फिर आपस में सभी फ्लैट में रहने वालों ने मिनी पार्क ही विकसित कर दिया। तीन माह का समय लगा।

फूलों से लेकर बेल की बगिया

अमर सिंह गिल ने बताया दिल्ली से विशेष घास लेकर आए। यहां लगाई। अब यहां गमलों में पांच प्रकार के गुलाब, मनी प्लांट, फाइकस व विभिन्न फूलों व दूसरी प्रकार की बेल भी यहां लगी हुई है। इनका यह भी कहना है कि पिछले छह माह से हम इसी मिनी पार्क में ही देर रात तक बैठे रहते हैं। इसी तरह सुबह जल्दी सैर करने से लेकर योग, प्राणायाम आदि भी यहीं करते हैं। लॉकडाउन भी ग्रीनरी और मिनी पार्क के चलते अधिक परेशान नहीं करता।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.