एचएसवीपी के प्लाट मालिकों को राहत, एन्हांसमेंट की किश्त जमा कराने की तारीख 15 जून तक बढ़ी
एन्हांसमेंट के लिए तीन मार्च को लास्ट एंड फाइनल सेंटलमेंट स्कीम लागू की गई थी। सबसे पहले 30 अप्रैल तक तारीख थी। कोरोना महामारी के चलते प्लाट मालिकों ने तारीख बढ़ाने की मांग की थी। बाद में इसे 30 मई तक कर दिया।
रोहतक, जेएनएन। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) के प्लॉट मालिकों को फिर से राहत मिली है। एन्हांसमेंट जमा कराने के लिए तय की गई लास्ट एंड फाइनल सेटलमेंट स्कीम फिर से बढ़ा दी गई है। अब प्लाट मालिक 15 जून तक एन्हांसमेंट जमा करा सकते हैं। हालांकि प्लाट मालिकों को छह जून तक संपदा कार्यालय में दावे-आपत्तियां दर्ज करानी होंगी। जिससे उनकी शिकायतों का संज्ञान लेकर समाधान कराया जा सके।
सेक्टर-1 की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एवं वार्ड-11 के पार्षद कदम सिंह अहलावत ने बताया कि हमारे पास तारीख बढ़ने का पत्र आ चुका है। वैसे एचएसवीपी कार्यालय ने रविवार को भी काउंटर खोले गए थे। बता दें कि सेक्टर-1, सेक्टर-3, सेक्टर-4 एक्सटेंशन, सेक्टर-5 और सेक्टर-6 के प्लाट मालिकों पर एन्हांसमेंट का बोझ है। अभी तक स्कीम के तहत करीब 67 फीसद लोगों ने एन्हांसमेंट जमा करा दी है। कोविड के कारण लगाए गए लॉकडाउन के चलते तारीख बढ़ाने की मांग लगातार उठ रही थीं। सरकार ने एन्हांसमेंट से राहत देते हुए 50 से 80 फीसद तक राहत मिली थी।
तीन मार्च को लागू हुई स्कीम, दूसरी बार बढ़ाई तारीख
एन्हांसमेंट के लिए तीन मार्च को लास्ट एंड फाइनल सेंटलमेंट स्कीम लागू की गई थी। सबसे पहले 30 अप्रैल तक तारीख थी, कोविड के चलते प्लाट मालिकों ने तारीख बढ़ाने की मांग की थी। बाद में इसे 30 मई तक कर दिया। अब फिर से तारीख बढ़ाकर 15 जून की गई है। प्लाट मालिक राहत की मांग लगातार कर रहे हैं।
संपूर्ण राहत की मांग
सेक्टर-1 की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कदम सिंह अहलावत ने बताया कि जिनके एक हजार रुपये तक किन्हीं कारणों से जमा थे उन्हें सरकार ने राहत दी है। अब उन्हें भी एन्हांसमेंट का पूरी तरह से लाभ मिल रहा है। हालांकि जिन्होंने एक हजार से अधिक रकम एडवांस में जमा करा रखी है उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा। इन्होंने मांग की है कि सरकार ऐसे प्लाट मालिकों को भी राहत दे। इसके साथ ही जिन्होंने पहले ही एन्हांसमेंट की सभी किश्त जमा करा दी थीं उनके खातों में भी रकम वापस होनी चाहिए।