जानें हरियाणा सरकार ने महाराजा अग्रसेन के नाम पर क्यों किया हिसार एयरपोर्ट का नामकरण
हिसार एयरपोर्ट के लिए आखिर महाराजा अग्रसेन का ही नाम क्यों चुना गया इसके पीछे भी एक कहानी है। दरअसल मुंबई मे इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाता है तो भोपाल के एयरपोर्ट को राज भोज ने पहचान दिलाई।
जागरण संवाददाता, हिसार। सरकार ने हिसार एयरपोर्ट के नाम को लेकर महाराजा अग्रसेन के नाम पर मोहर लगा दी है। मगर आखिर महाराजा अग्रसेन का ही नाम क्यों चुना गया इसके पीछे भी एक कहानी है। दरअसल मुंबई मे इंटरनेशनल एयरपोर्ट को शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाता है तो भोपाल के एयरपोर्ट को राज भोज ने पहचान दिलाई। इन दोनों ने ही लोगों की भलाई के सैकड़ों कार्य किए जो मिशाल बन गए। अब हिसार में सरकार के पास तीन नाम थे, जिसमें एक नाम स्वतंत्रता सेना लाला लाजपत राय, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और महाराजा अग्रसेन।
ऐसे में पांचवा महत्वपूर्ण धाम अग्रोहा का नाम आया तो महाराजा अग्रसेन के नाम पर चर्चा हुआ। जिनकी अग्रोहा कर्मभूमि थी और उन्हें अनोखे समाजवाद का जनक भी माना जाता है। उनके इसी योगदान ने सरकार को प्रेरित किया कि हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखा जाए ताकि समाजवाद के अनोखे कार्य की गूंज जन जन तक हो। समाजवाद में सभी समाज के लोग समान अधिकार पाते हैं इसी लिए सरकार ने महाराजा अग्रसेन के नाम से हिसार इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम फाइनल किया।
हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएगी सरकार
हरियाणा सरकार हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से विकसित कर रही है। तीन चरणों में एयरपोर्ट का विकास होगा। इसका पहला चरण पूरा हो चुका है और यहां रिजनल कनेक्टविटी के हिसाब से छोटे विमान उड़ाए जा रहे हैं। हिसार से चंडीगढ़, देहरादून और धर्मशाला के लिए विमान उड़ाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट पर रनवे विस्तार का काम चल रहा है जो 2022 में पूरा होगा। रवने विस्तार के बाद यहां से बड़े विमान उतर सकेंगे।
सरकार इस तरह बनाएगी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
हरियाणा सरकार हिसार एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करना चाहती है। प्रदेश सरकार ने करीब 7000 एकड़ जमीन का एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहण कर लिया है। यहां तीन हैंगरों का निर्माण किया गया है। हिसार एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन, छोटे यात्री ट्रमिनल, ए-320 प्रकार के विमानों को समायोजित करने की व्यवस्था होगी। प्रस्तावित हब में अंतरराष्ट्रीय मानकों के हवाई अड्डा के साथ-साथ 9000 फुट रनवे, एयरलाइ्रंस, जनरल एविएशन, पर्याप्त पार्किंग, रख-रखाव, मरम्मत, ओवर हालिंग की सुविधाएं, एयरो स्पेस विश्वविद्यालय, पायलट, इंजीनियरों और ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए ग्लोबल ट्रेडिंग सेंटर और आवासीय व वाणिज्यिक विकास की व्यवस्था होगी।
यह होगा हिसार एयरपोर्ट का स्वरूप
-यात्री हवाई अड्डा
-फिक्सड बेस आप्रेशन
-रख-रखाव, मरम्मत
-कारगो, डिफेंस विनिर्माण
-एयरोस्पेस विनिर्माण
-विमानन प्रशिक्षण केन्द्र
-विमानन विश्वविद्यालय
-एयरोट्रोपोलिस- वाणिज्यिक एवं एयरोट्रोपोलिस-आवासीय
विधायक डा. कमल गुप्ता ने कहा कि पूरे विश्व में अग्रवाल समुदाय के लोग महाराजा अग्रसैन को अपना इष्टदेव मानते हैं। चूंकि पवित्र अग्रोहा धाम हिसार में स्थित है। हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसैन के नाम से रखे जाने से देश के करोड़ों अग्रवाल समाज के लोगों को बहुत बड़ी खुशी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी बड़ी परियोजनाओं का नाम महापुरूषों के नाम पर रखे जाने से युवाओं में नई ऊर्जा का संचार होता है। विधायक डा. कमल गुप्ता ने एयरपोर्ट के नामकरण को लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल से फोन पर बातचीत कर उनका आभार व्यक्त किया।