हिसार से भागे बालबंदी ने डाला था झज्जर के पीएनबी में डाका, पुलिस के साथ मुठभेड़ में घायल
घायल बेरी निवासी आरोपित वर्ष 2019 में हत्या के मामले में हिसार बाल सुधार गृह में बंद था। 13 अक्टूबर को 16 अन्य बाल बंदियों के साथ बाल सुधार गृह से भाग निकला था। पीएनबी डकैती की जांच करते पुलिस बिरधाणा में बने भट्ठे पर पहुंची तो उसने गोली चलाई।
हिसार/झज्जर, जेएनएन। हिसार के बाल सुधार गृह से भागे बाल बंदी की शुक्रवार शाम गांव बिरधाणा में पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से गोलियां चलीं, जिसमें एक गोली आरोपित के पैर में लगी। उसे गंभीर हालत में पीजीआइ रोहतक रेफर किया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित 21 अक्टूबर को माछरौली के पीएनबी में डकैती में शामिल था।
घटना के मुताबिक, आरोपित शुक्रवार शाम को गांव बिरधाणा के एक भट्ठे पर बैठा था। इसी दौरान बैंक डकैती मामले में जांच कर रही सीआइए-वन बहादुरगढ़ की टीम वहां पहुंची। दोनों का आमना-सामना हो गया। आरोपित ने सीआइए-1 पर गोलियां चला दीं। बचाव में सीआइए स्टाफ ने भी गोली चलाई जो उसके बाएं पैर में लगी। सीआइए-वन की टीम उसे जिला अस्पताल लाई, जहां से रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया।
2019 में की थी हत्या
सीआइए-वन बहादुरगढ़ इंचार्ज रविंद्र कुमार ने बताया कि घायल बेरी निवासी आरोपित वर्ष 2019 में हत्या के मामले में हिसार बाल सुधार गृह में बंद था। 13 अक्टूबर को 16 अन्य बाल बंदियों के साथ बाल सुधार गृह से भाग निकला था। प्राथमिक जांच के अनुसार आरोपित माछरौली पीएनबी डकैती में भी शामिल था। पुलिस इसी मामले में जांच करते हुए बिरधाणा के खेतों में बने भट्ठे पर पहुंची तो वहां मौजूद आरोपित पुलिस को देखकर आरोपित भागने लगा। उसने सीआइए टीम पर दो गोलियां चलाईं। आरोपित से पिस्तौल व मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है।
फरार होने के नौवें दिन ही बैंक में डाला डाका
हिसार के बाल सुधार गृह से फरार होने के बाद बेरी निवासी बाल बंदी ने अपने साथियों के साथ मिलकर 21 अक्टूबर को माछरौली स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में डकैती को अंजाम दिया था। बैंक डकैती के बाद आरोपित पुलिस से बचता छिप रहा था। जब सीआइए-वन बहादुरगढ़ की टीम बैंक डकैती मामले की छानबीन व नाकेबंदी कर रही थी तो गुप्त सूचना के आधार पर बिरधाणा के भट्ठे पर पहुंची तो आरोपित व सीआइए टीम में मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने आरोपित से बैंक डकैती में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल और पिस्तौल भी बरामद की है।
ये थी बैंक डकैती की घटना
21 अक्टूबर की सुबह करीब 11 बजकर 4 मिनट पर गांव माछरौली स्थित पीएनबी बैंक में पांच नकाबपोश युवक मोटरसाइकिलों पर बैठकर पहुंचे। पहचान ना हो इसलिए सभी ने अपने चेहरों को काले कपड़े से ढक रखा था। पहुंचते ही पांचों युवकों ने सबसे पहले बैंक के बाहर तैनात सुरक्षा कर्मी के साथ मारपीट की और बंदुक भी छीन ली और बैंक में घुस गए। उन्होंने बैंक में मौजूद लोगों को डराने के लिए हवाई फायङ्क्षरग भी की। चंद मिनटों में ही बदमाश करीब 7 लाख 11 रुपये लेकर फरार हो गए। यह पूरी वारदात बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई। झज्जर के एसपी हिमांशु गर्ग ने दो डीएसपी व तीन सीआइए की टीमें गठित कीं और बैंक डकैती करने वाले आरोपितों की तलाश आरंभ कर दी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की तलाश में जुटी है।
पूछताछ में खुलासे की उम्मीद
घायल आरोपित से स्वस्थ होने के बाद पुलिस टीम पूछताछ करेगी। इस दौरान बैंक डकैती व अन्य मामलों के खुलासे होने की उम्मीद है। फिलहाल हिसार सुधार गृह से भागने के बाद बैंक डकैती के मामले में ही शामिल होने की बात सामने आई है। वहीं बाल सुधार गृह से भागने के बाद आरोपित कहां-कहां रहा और उसके साथ भागने वाले अन्य आरोपितों से संबंधित जानकारी के लिए आरोपित से पूछताछ की जाएगी। वहीं बैंक डकैती में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी आरोपित से मिली जानकारी अहम साबित होगी।
बाल सुधार गृह से भागने के बाद छिपता फिर रहा था आरोपित
बाल सुधार गृह से भागे बेरी निवासी नाबालिग आरोपित पुलिस से बचने के लिए छिपता फिर रहा था। इसलिए उन जगहों का चयन करता था, जहां पर पुलिस न पहुंच पाए। हालांकि सीआइए-वन बहादुरगढ़ को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम बिरधाणा के भट्ठे पर पहुंची और आरोपित को पकड़ लिया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में बाएं पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया।
पुलिस पर चलाईं थीं दो गोलियां
सीआइए-1 बहादुरगढ़ के इंचार्ज इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार ने बताया किआरोपित ने सीआइए टीम को देखकर फायरिंग करनी आरंभ कर दी। दो फायर किए हैं। जवाबी फायरिंग में एक गोली आरोपित के पैर में लगने से वह घायल हो गया। बिरधाणा मुठभेड़ में घायल आरोपित माछरौली बैंक डकैती में भी शामिल था। अन्य आरोपितों का पता लगाने के लिए भी पूछताछ की जाएगी।