जजपा विधायक जोगीराम सिहाग ने कल मिले चेयरमैन पद को अस्वीकारा, बोले- कृषि कानूनों के विरोध में कदम
जोगीराम सिहाग ने कारण पूछे जाने पर कहा कि वो किसानों को लेकर पारित किए गए 3 कृषि विधेयकों के विरोध में ऐसा कर रहे हैं। वे तीन कृषि कानूनों को किसी भी तरह से किसान के हित में नहीं मानते। ऐसे में मैं यह पद ग्रहण नहीं करूंगा।
हिसार, जेएनएन। हिसार में बड़ी खबर सामने आई है। बरवाला से जन नायक जनता दल (जजपा) विधायक जोगी राम सिहाग ने हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन पद का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। कल ही उन्हें हरियाणा सरकार ने हरियाणा आवास बोर्ड का चेयरमैन घाेषित किया था। मगर आज एक प्रेस वार्ता कर जोगीराम सिहाग ने यह पद अस्वीकार कर दिया है। जोगीराम सिहाग ने इसका कारण पूछे जाने पर कहा कि वो किसानों को लेकर पारित किए गए कृषि विधेयकों के विरोध में ऐसा कर रहे हैं। वे तीन कृषि कानूनों को किसी भी तरीके से किसान के हित में नहीं मानते हैं। ऐसे में मैं यह पद ग्रहण नहीं करूंगा।
बता दें कि जोगीराम सिहाग के इस कदम के उठाने से दुष्यंत चौटाला के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इससे पहले नारनौंद के विधायक रामकुमार गौतम भी दुष्यंत की बगावत कर चुके हैं तो वहीं टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली भी दुष्यंत चौटाला को लेकर विवादास्पद बयान दे चुके हैं। इसी के चलते अब जोगीराम सिहाग को इस तरह से उखड़ जाने कई तरह के संकेतो को उजागर कर रहा है।
वीरवार को केवल जोगीराम सिहांग को नहीं बल्कि कई जिलों में चेयरमैन बनाए जाने की घोषणा की गई थी। इसमें जोगीराम सिहाग को चेयरमैन का पद दिया गया तो वहीं विधायक रामकुमार गौतम को नजरअंदाज कर दिया गया। माना यह भी जा रहा है कि अब होने वाली घोषणा में जोगी राम सिहाग को मंत्री पद मिलने की भी उम्मीद थी। मगर इसके उलट छोटी ही जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई।
जोगीराम सिहाग अपने वोट बैंक को जोड़े रखने के लिए और लोगों के बीच जाकर काम करने के लिए काफी चर्चा में रहते हैं तो किसी भी तरह की टिका टिप्पणी खुलकर करते हैं। जोगीराम सिहाग के इस कदम पर अब जजपा पार्टी के अन्य विधायकों की प्रतिक्रिया भी इंतजार करने लायक होगी। रामकुमार गौतम इस सिलसिले में कोई न कोई तीखी और तल्ख बयान दे सकते हैं।