Move to Jagran APP

चुनौती में तब्दील हो गए लोगों के ताने, अब बिजली से खेल रहीं ये लड़कियां

सभी क्षेत्रों में बेटियों का हुनर अब सिर चढ़कर बोल रहा है। गुजवि में इन दिनों आइटीआइ से इलेक्ट्रिशियन का डिप्लोमा ले चुकी नौ युवतियां अप्रेंटिसशिप कर रही हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 02 Aug 2018 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 03 Aug 2018 08:50 PM (IST)
चुनौती में तब्दील हो गए लोगों के ताने, अब बिजली से खेल रहीं ये लड़कियां
चुनौती में तब्दील हो गए लोगों के ताने, अब बिजली से खेल रहीं ये लड़कियां

जेएनएन, हिसार। सभी क्षेत्रों में बेटियों का हुनर अब सिर चढ़कर बोल रहा है। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय (गुजवि) में इन दिनों आइटीआइ से इलेक्ट्रिशियन का डिप्लोमा ले चुकी नौ युवतियां अप्रेंटिसशिप कर रही हैं। यहां ये बिना किसी की मदद के फॉल्ट ढूंढने से लेकर बिजली से जुड़े सभी काम कर रही हैं। इन्हें विश्वविद्यालय में एक वर्ष की अप्रेंटिसशिप के लिए रखा है।

loksabha election banner

आमतौर पर समझा जाता है कि इलेक्ट्रिशियन केवल पुरुष ही हो सकता है, महिला नहीं। शायद यही सोचकर अभिभावक अपनी बेटियों को इस तरह के फिल्ड में पढ़ाई के लिए नहीं भेजते। मगर अप्रेंटिसशिप कर रही इन युवतियां लोगों की इस सोच को दरकिनार ही नहीं कर रही, बल्कि उनकी सोच को बदल भी रही हैं।

हालांकि जब इन युवतियों ने आइटीआइ में दाखिला लिया था तो लोगों ने ताने भी मारे कि लड़कियों वाले काम सीखो, इस तरह के काम करना तुम्हारे बस की बात नहीं है। मगर पैशन से प्यार और लक्ष्य को साकार करने में घर वालों की मदद करने के बाद इनके लिए लोगों के ये ताने चुनौती में तब्दील हो गए।

शादी के बाद पति ने पैशन पर ध्यान देने को कहा

अप्रेंटिसशिप कर रही कुसुम के मुताबिक पढ़ाई के दौरान ही उसकी शादी हो गई थी। तब उसने सोचा था कि वह आगे नहीं पढ़ पाएगी। मगर बीकॉम कर रहे उसके पति ने उसके अरमानों को पंख लगा दिए। उसके पति ने उसे शादी के बाद भी अपने पैशन पर ध्यान देने को कहा।

भिवानी के गांव बड़सी की रहने वाली मनीता के पिता किसान हैं। उन्होंने ही मनिता को कुछ अलग करने के लिए इस क्षेत्र में आने की सलाह दी। अब आइटीआइ के बाद मनीता इसी फिल्ड में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रही है। हिसार के गांव खरड़ की परमजीत इस काम को अपना पैशन मानती है। कहती हैं कि सरकारी नौकरी मिले या प्राइवेट या अपना ही काम करना पड़े, लेकिन काम इलेक्ट्रिशियन का ही करना है।

ताने मारने वाले लोग ही करते हैं तारीफ

पूनम ने बताया कि वह शुरू से ही कुछ अलग करना चाहती थी, इसलिए इस फिल्ड को चुना। शुरूआत में गांव के लोगों ने ताने दिए और उसके निर्णय को गलत बताया। मगर जब उन्हें पता चला कि वह बिजली का काम पुरुषों से भी बेहतर करती है तो वही लोग आज उसकी प्रशंसा करते है। वहीं हिसार के गांव नलवा की सुदेश ने बताया कि उसके घर में जब भी इलेक्ट्रिशियन की जरुरत होती है तो वह स्वयं ही सारे काम कर लेती है। इस कारण परिवार के साथ-साथ दूसरे लोग भी प्रशंसा करते हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.