मेयर के पिता को फर्जी रसीद थमाने के मामले की जांच में स्थिति स्पष्ट, भ्रष्टाचार हुआ
मेयर गौतम सरदाना के पिता ने स्टाफ को रुपये देकर प्रॉपर्टी टैक्स का बिल भरने के लिए कहा। उस बिल के भुगतान कर जो रसीद प्रॉपर्टी मालिक को दी वह रसीद नकली निकली।
हिसार, जेएनएन। मेयर गौतम सरदाना के पिता को प्रॉपर्टी टैक्स की फर्जी रसीद थमाने के मामले की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि तीनों रसीदें नकली हैं। निगम अधिकारियों ने जांच कर रसीदों के बारे में निगम कमिश्नर को सूचना दे दी है। नकली रसीदों की संख्या यहीं तक सीमित है या और भी रसीदें ऐसी तैयार हुई, ये किसने तैयार की इन सब बातों का सच जानने में ज्वाइंट कमिश्नर (जेसी) शालिनी चेतल लगी हुई है। फिलहाल जांच पूरी होने में अभी समय ओर लगेगा। कारण है कि ज्वाइंट कमिश्नर की तबीयत बिगड़ गई है। वे बीमार होने के कारण मामले की जांच पर फिलहाल ब्रेक लग गया है।
रसीदों की जांच में कई खंगाली प्रॉपर्टी डिटेल
नगर निगम स्टाफ फर्जी रसीदों के मामले में कई प्रॉपर्टी का डाटा खंगाल चुका है। यहां तक की मेयर स्टाफ में जनता की ओर से प्रॉपर्टी टैक्स भरने के लिए जो बिल दिए गए उन बिलों की रसीदों की भी जांच करवाई गई है। हालांकि स्टाफ का कहना है कि उन तीन रसीदों के अलावा ओर कोई रसीद नकली सामने नहीं आई है।
ये है मामला
मेयर गौतम सरदाना के पिता ने स्टाफ को रुपये देकर प्रॉपर्टी टैक्स का बिल भरने के लिए कहा। उस बिल के भुगतान कर जो रसीद प्रॉपर्टी मालिक को दी वह रसीद नकली निकली। यहीं नहीं इसी प्रकार दो ओर मामले सामने आए। तीन रसीदें फर्जी मिली। जिन्हें कम्प्यूटराइज हुबहू नकल तैयार की हुई थी।
-----जेसी की जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि मेयर की ओर से दी सूचना के अनुसार तीनों रसीदें नकली हैं। हालांकि वे किसने तैयार की। इस मामले में कौन कौन जुड़ा है सहित कई ङ्क्षबदुओं पर जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले की जांच जेसी कर रही है लेकिन उनकी तबीयत खराब होने से फिलहल इस जांच में अभी थोड़ा समय लगेगा।
- जेके अभीर, कमिश्नर, नगर निगम हिसार।