सेमिनार में टीबी के लक्षणों और उपचार की दी जानकारी
उप सिविल सर्जन डा. कौशल वर्मा ने बताया कि टीबी भारत की सबसे बड़ी जन स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। हर साल लगभग 2
संवाद सहयोगी, उकलाना : उप स्वास्थ्य केंद्र गांव सुरेवाला टीबी इकाई उकलाना में नेशनल टीबी उन्मूलन अभियान के तहत हुई। सिविल सर्जन डा. रत्ना भारती के निर्देशानुसार जिला क्षय रोग केंद्र हिसार की टीम ने इसका आयोजन किया। टीबी सुपरवाइजर सुमन ने इस बीमारी के लक्षण, उपचार और मरीजों को मिलने वाली 500 रुपये की मासिक पोषण योजना की जानकारी दी।
उप सिविल सर्जन डा. कौशल वर्मा ने बताया कि टीबी भारत की सबसे बड़ी जन स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। हर साल लगभग 28 लाख नए टीबी के मरीज देश में हो जाते हैं। इनमें से करीब 4 लाख की मौत हो जाती है।
उन्होंने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की मुफ्त दवाइयां और जांच की सुविधा उपलब्ध है। साधारण टीबी 6 महीने में पूर्ण रूप से ठीक हो जाती है, लेकिन जो मरीज दवा बीच में छोड़ देते हैं, उन्हें यह बीमारी दोबारा हो सकती है। जिसका इलाज एक से दो साल तक चलता है। इस मौके पर जिला कोऑíडनेटर सुरेंद्र कुमार व हेल्थ कार्यकर्ता मौजूद रहे।