स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय विज्ञानिकों की रही अहम भूमिका
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) के ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के मार्गदर्शन में स्पीकाथान क्लब द्वारा विज्ञान भारती के सहयोग से आफलाइन भाषण प्रतियोगिता के रूप में आजादी अमृत महोत्सव श्रृंखला के 23वें संस्करण का आयोजन होगा।
जागरण संवाददाता, हिसार: गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) के ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के मार्गदर्शन में स्पीकाथान क्लब द्वारा विज्ञान भारती के सहयोग से आफलाइन भाषण प्रतियोगिता के रूप में आजादी अमृत महोत्सव श्रृंखला के 23वें संस्करण का आयोजन होगा। कार्यक्रम का विषय भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के युग में भारतीय विज्ञानिकों की भूमिका था। ईसीई विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं विज्ञान भारती के संयुक्त सचिव प्रो. दीपक केडिया मुख्य अतिथि रहे। भाषण प्रतियोगिता में फार्मास्युटिकल साईंस विभाग की डा. मीनाक्षी भाटिया व भौतिकी विभाग के डा. विवेक गुप्ता निर्णायक रहे। कुछ विद्यार्थियों ने डा. होमी जे भाभा, श्रीनिवास रामानुजन, सीवी रमन और कई व्यक्तित्वों पर चर्चा की। ट्रेनिग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक प्रताप सिंह मलिक ने कहा कि अब तक आजादी अमृत महोत्सव में 100 से अधिक गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को शामिल कर 22 ऐसे भाषण कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। प्रो. दीपक केडिया ने कहा कि गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय स्तर पर यह कार्यक्रम हुआ। डा. मीनाक्षी भाटिया व डा. विवेक गुप्ता ने भी विद्यार्थियों को सुधार के लिए कुछ सुझाव दिए।
ये रहे विजेता
सहायक निदेशक डा. आदित्यवीर सिंह ने बताया कि बीएससी कोर्सिज के तुषार व मोनिका को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार, बीएससी इकोनोमिक्स के अंशुल को दूसरा व बीटेक ईसीई के ललित कुमार को तृतीय पुरस्कार मिला।