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पैनल डिस्कशन : बदलते दौर में कुएं और तालाब खो रहे अस्तित्व, सरकार दे ध्यान

दैनिक जागरण की ओर से आयोजित पैनल डिस्कशन में शहर के प्रबुद्ध लोगों ने रखी अपने विचार। लोगों ने कहा कुएं और तालाब हमारी धरोहर इनको बचाना जरूरी।

By manoj kumarEdited By: Published: Sat, 13 Jul 2019 03:34 PM (IST)Updated: Sat, 13 Jul 2019 03:34 PM (IST)
पैनल डिस्कशन : बदलते दौर में कुएं और तालाब खो रहे अस्तित्व, सरकार दे ध्यान
पैनल डिस्कशन : बदलते दौर में कुएं और तालाब खो रहे अस्तित्व, सरकार दे ध्यान

जेएनएन, भिवानी : कुएं और तालाब हमारी धरोहर हैं इनको बचाना समय की मांग है। सरकार जल संरक्षण के स्रोतों पर विशेष ध्यान दे और गंभीरता से काम करे तो हम भविष्य में होने वाली पेयजल समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इस मुहिम में सरकार के साथ युवा और हर नागरिक को भी जुटना होगा। जल संरक्षण को लेकर हमारा भी उतना ही कर्तव्य है। इसलिए हम संकल्प लेते हैं कि जल संरक्षण पर काम करेंगे।

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शुक्रवार को औद्योगिक क्षेत्र में दैनिक जागरण ने पैनल डिस्कशन का आयोजन किया। इसमें युवाओं के अलावा दूसरे प्रबुद्ध लोग भी शामिल हुए। उन्होंने पेयजल संकट, बरसाती पानी को बचाने आदि के अलावा तालाबों को बचाने और उनको फिर से अच्छी हालत में बनाने को लेकर बात हुई।

कुएं और तालाब हमारी धरोहर आइए इसे बचाएं

कुएं और तालाब हमारी धरोहर हैं। इनको बचाने के लिए युवाओं को सक्रियता के साथ पहल करनी होगी। युवा जिस मुहिम को शुरू कर देते हैं वह पूरी जल्दी होती है। हम ऊर्जावान युवा इस मुहिम को आगे बढ़ाएं।

- लोकेश, सतीश जांगड़ा।

शहर में अब तालाबों की हालत ठीक नहीं

शहर में एक समय था बहुत से तालाब होते थे। लेकिन अब बहुत से तालाब अपना अस्तित्व ही खो चुके हैं। इन पर लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। कब्जा हटाने के नाम पर औपचारिकता की जाती है। लगता है शहरी सरकार की नीयत में ही खोट है। नहीं तो ये तालाब आज भी भिवानी की शान हैं। जागरण लोगों में जागरूकता ला रहा है हम इस अभियान के साथ हैं। 

- संजय कुमार, बंटी अली।

ज्यादातर कुएं अब नहीं रहे जो हैं वे नकारा हो चुके

शहर के तालाबों के पास कई-कई कुएं होते थे। लेकिन आज तालाबों के साथ ही यहां आस-पास बने कुएं भी लगभग खत्म हो गए। इनको फिर से मरम्मत कर इनका जीर्णाेद्धार किया जाए तो ये शहर की शान हैं। शहर में बनने वाले पेयजल संकट से भी छुटकारा बन सकता है।

- प्रीतम, जोनी हेतमपुरा, मोनू, डा. मोहम्मद रबी।

कुओं और तालाबों को लेकर हम लाएंगे जागरूकता

कुओं और तालाबों की महता को लेकर हम सब मिल कर लोगों के बीच जागरूकता लाने का काम करेंगे। इस कार्य में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी करने के लिए भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस कार्य से जोडऩे का काम किया जाएगा। दैनिक जागरण की जल संरक्षण की मुहिम बहुत ही सराहनीय है। 

- सुरेंद्र सिंह, धर्मबीर सिंह गुर्जर, जयपाल दहिया।


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