गोल्डी बराड़ के नाम लेकर पाकिस्तानी नंबरों से मांगी गई थी टोहाना के मेडिकल संचालक से 12 लाख की रंगदारी
अमित जैन से 27 सितंबर को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लेकर 12 लाख की रंगदारी पाकिस्तान के पंजाब स्थित मुल्तान के मोबाइल नंबरों से की गई थी। हिसार की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) टीम इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपित को बिहार के पश्चिमी चंपारण से हिसार लेकर आई।
जागरण संवाददाता, हिसार: फतेहाबाद के टोहाना में जैन समाधि संस्था के मेडिकल संचालक व समाजसेवी अमित जैन से 27 सितंबर को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लेकर 12 लाख की रंगदारी पाकिस्तान के पंजाब स्थित मुल्तान के मोबाइल नंबरों से की गई थी। हिसार की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) टीम इस मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपित को बिहार के पश्चिमी चंपारण से हिसार लेकर आई। एसटीएफ टीम इंचार्ज बिजेंद्र सिहाग ने प्रेस वार्ता कर मामले की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के पश्चिमी चंपारण के बथाना के पप्पू रहमान और उसका जीजा चंपारण के ही भैरारी जिले का इमरान आलम शामिल है। आरोपितों ने बताया कि जिन नंबरों से काल कर अमित जैन से रंगदारी मांगी गई थी, वह काल मुल्तान क्षेत्र के नंबरों से की गई थी और लोकेशन भी वहीं की थी। यह काल इनके गिरोह से जुड़े लोगों ने ही की थी। इस बात के सामने आने के बाद इन लोगों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े होने की भी संभावना है।
आरोपितों का एक साथी जहूल हक फरार है। आरोपित रंगदारी मांगने के लिए डीपी पर गोल्डी बराड़ की फोटो लगाकर रंगदारी मांगते थे, ताकि यह लगे की खुद गोल्डी बराड़ रंगदारी मांग रहा है। साथ ही ये लोग वाट्सएप काल, आडियो काल और मैसेज कर रंगदारी मांगते है। इन लोगों का गिरोह पूरे देश में सक्रिय है। आरोपितों के खिलाफ टोहाना में केस दर्ज है। आरोपित 10 हजार रुपये में बैंक खाते खरीदकर करते है करोड़ों की ट्रांजेक्शन आरोपितों ने बताया कि ये लोग एक गिरोह के साथ जुड़े हैं। ये अलग-अलग ग्रुप बनाकर ठगी को अंजाम देते हैं।
ये बेरोजगार और गरीब लोगों के बैंक खाते फोन नंबरों सहित महज 10 हजार रुपये में खरीद लेते हैं और विदेशी नंबरों से काल कर लोगों को लाटरी जीतने का झांसा देकर और कौन बनेगा करोड़पति में नाम आने का झांसा देकर खरीदे गए बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर करवा लेते थे। छह खातों में मिले 50 लाख से 2.5 करोड़ की ट्रांजेक्शन इन लोगों से पूछताछ में छह बैंक खातों के बारे में पता लगा है। इन छह बैंक खातों में किसी खाता से 50 लाख तो किसी से 2.5 करोड़ रुपये तक की ट्रांजेक्शन की गई। यह लोग हवाला के जरिये रुपये को विदेशों में भेजते हैं। शक होने पर बैंक खातों को बंद करवा देते हैं।
ऐसे किया आरोपितों को गिरफ्तार
बिजेंद्र सिहाग ने बताया कि शिकायतकर्ता अमित जैन ने आरोपितों के बैंक खाता में 5200 रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। जिस बैंक खाता में अमित जैन ने रुपये डलवाए थे। उस खाता नंबर की लोकेशन की जांच की गई थी। तो खाते मुंबई के मिले। जांच में पता लगा कि आरोपितों द्वारा अलग-अलग बैंक खातों का भी प्रयोग किया जा रहा है और यह सभी मुंबई में हैं। संदिग्ध मोबाइल नंबर के माध्यम से आरोपितों की तलाश मुंबई में की गई। लेकिन वहां पहुंचे तो दोनों आरोपित फ्लाइट से बिहार के पटना चले गए।
इनका पीछा करते हुए इन्हें गिरफ्तार किया। ये सभी मोबाइल नंबरों पर एक विशेष नंबर का नेट यूज कर रहे हैं। ये लोग मुंबई जैसी घनी आबादी वाले क्षेत्रों को अपना निशान बनाते है, ताकि इनकी पहचान न हो और ये पुलिस गिरफ्त से बचे रहे। तीनों आरोपित अपने साथियों से मिलकर बिहार से मुंबई जाकर पैसा वसूली करते हैं। यह आरोपित अपना काम करके ट्रेन या हवाई जहाज के माध्यम से बिहार आते-जाते रहते हैं। आरोपित उक्त वारदात को अंजाम देने के बाद भी तीन अक्टूबर को हवाई जहाज के माध्यम से बिहार आ गए थे। तीनों आरोपितों का पीछा करते हुए एसटीएफ हिसार की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।