महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में हो त्वरित कार्रवाई
सुमन बेदी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे महिला विरुद्ध अपराधों के मामलों में त्वरित कारवाई करें। यदि ऐसे मामलों में जनता संतुष्ट है तो आयोग भी संतुष्ट होगा। यदि पीड़ितों के मामलों को दर्ज करने में कोताही होती है तो आयोग जिम्मेवारी तय करते हुए संबंधित के विरुद्ध कारवाई करेगा। उन्होंने कहा कि संबंधित थाना क्षेत्र तथा दुर्गा शक्ति को कोई महिला विरुद्ध अपराध की सूचना मिलती है तो उस पर 10 से 20 मिनट में कार्रवाई शुरू की जाए।
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक बैठक लेकर लॉकडाउन के दौरान हुए महिला विरुद्ध अपराधों तथा उन पर अभी तक हुई कार्रवाई की समीक्षा की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा, सभी डीएसपी, थाना अध्यक्ष तथा जांच अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के दौरान उन्होंने लॉकडाउन के दौरान दर्ज की गई एफआइआर और उन पर अभी तक हुई कार्रवाई की समीक्षा की।
सुमन बेदी ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे महिला विरुद्ध अपराधों के मामलों में त्वरित कारवाई करें। यदि ऐसे मामलों में जनता संतुष्ट है तो आयोग भी संतुष्ट होगा। यदि पीड़ितों के मामलों को दर्ज करने में कोताही होती है तो आयोग जिम्मेवारी तय करते हुए संबंधित के विरुद्ध कारवाई करेगा। उन्होंने कहा कि संबंधित थाना क्षेत्र तथा दुर्गा शक्ति को कोई महिला विरुद्ध अपराध की सूचना मिलती है तो उस पर 10 से 20 मिनट में कार्रवाई शुरू की जाए।
बेदी ने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि यदि उनके साथ अत्याचार होता है तो वे अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए आगे आएं। साथ ही यह भी कहा कि महिलाएं अपने अधिकारों का दुरुपयोग ना करें और किसी निर्दोष पर बेवजह आरोप ना लगाएं।
शुक्रवार को हिसार आई हरियाणा महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने कहा कि निरीक्षक गृह से फरार हुए बाल बंदियों पर कई संगीन मामले दर्ज हैं। इनमें से कई मामले महिला विरुद्ध अपराधों के हैं। ऐसे में पीड़ित पक्षों को सुरक्षा मुहैया के संबंध में जरूरी कदम उठाए जाएंगे। सुमन बेदी ने कहा कि उन्होंने इस मामले में बात की थी तो पता लगा था कि निरीक्षण गृह में 44 बंदियों को रखने की जगह है, जबकि वहां पर 97 बंदियों को रखा गया था। उन्होंने बताया कि मामले में सभी फरार हुए बंदियों की जानकारी निरीक्षण गृह से मांगी है। वहीं जिन कर्मियों के साथ मारपीट हुई है, और जिन लोगों के साथ इन फरार बंदियों ने वारदात को अंजाम दिया है, उनकी सुरक्षा के लिए डीएसपी की डयूटी लगाने के लिए कहा है।
वहीं बरवाला रोड स्थित निरीक्षण गृह से 17 बाल बंदियों के फरार होने के मामले में घटना के 5वें दिन भी 14 बंदी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस मामले में पुलिस की ढीली कार्रवाई उजागर हो रही है। वहीं मामले में सस्पेंड किए गए चार पुलिसकर्मियों को शुक्रवार को दोष पत्र सौंपे गए।