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वीआरएस मंजूर होने से पहले ही मिल गया IAS बृजेंद्र को टिकट, आनन-फानन में लगाई फोटो

हिसार लोकसभा सीट पर बृजेंद्र को टिकट देने की घाेषणा की गई इसी दौरान नारनौंद में की जाने वाली रैली में बृजेंद्र नहीं पहुंचे थे। पिता बीरेंद्र और मां प्रेमलता ने ही मंच संभाला

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 12:04 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 12:04 PM (IST)
वीआरएस मंजूर होने से पहले ही मिल गया IAS बृजेंद्र को टिकट, आनन-फानन में लगाई फोटो
वीआरएस मंजूर होने से पहले ही मिल गया IAS बृजेंद्र को टिकट, आनन-फानन में लगाई फोटो

नारनौंद/हिसार [सुनील मान] भाजपा ने दिन में हिसार लोकसभा क्षेत्र से बृजेंद्र को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की और शाम को मुख्यमंत्री ने उनके बगैर ही खेड़ी चौपटा रैली में उनके लिए वोट मांगकर उन्हें सांसद बनाने की अपील कर डाली। हालांकि केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के आइएएस बेटे बृजेंद्र सिंह का अभी तक स्‍वैच्छिक सेवानिवृति की याचिका मंजूर नहीं हुआ है और इसी वजह से वो चुनावी सभा में नहीं पहुंच पाए। मगर रैली में उनकी मां प्रेमलता व पिता बीरेन्द्र सिंह पहुंचे।

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सूत्रों के अनुसार आइएएस बृजेंद्र सिंह ने अपना वीआरएस सरकार के पास भेज दिया है और सोमवार को वो मंजूर भी हो जाएगा। जैसे ही वीआरएस मंजूर होगा वो चुनावी रण में कूद कर प्रचार में जुट जाएंगे। मुख्यमंत्री ने रैली में कहा कि पिछली बार लोकसभा के चुनाव में एक नौजवान लड़के को टिकट देकर गलती कर दी थी। मगर अबकी बार हम वो गलती नहीं दोहराएंगे और प्रदेश के ईमानदार नौजवान को मैदान में उतारा है, उसे सांसद बना देना। कांग्रेस के पास चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशियों की कमी हो गई है। अभी तक वो केवल छह प्रत्याशियों की ही घोषणा कर पाए हैं। अगर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा चुनावी रण में उतरते हैं तो उन्हें मजा चखाने का काम करेंगे।

21 साल दी सेवाएं, 13 साल की सर्विस अभी बाकी
बृजेंद्र सिंह हरियाणा काडर के 1998 बैच के आइएएस हैं। वर्ष 1972 में जन्मे बृजेंद्र सिंह चंडीगढ़, पंचकूला और फरीदाबाद में डीसी रहे और फिलहाल हैफेड के मैनेजिंग डायरेक्टर थे। बीरेंद्र सिंह उन्हें एक दशक से राजनीति में लाने के लिए प्रयासरत रहे थे। पिछले लोकसभा चुनावों में भी दोनों पिता-पुत्र कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे, लेकिन टिकट नहीं मिला। इसके बाद बीरेंद्र सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे और राज्यसभा सदस्य तथा केंद्रीय मंत्री बने। दो बच्चों के पिता बृजेंद्र सिंह अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर भाजपा के टिकट पर राजनीतिक पारी का आगाज करेंगे, जबकि उनकी रिटायरमेंट वर्ष 2032 में होनी थी।

केंद्र के बड़े नेता प्रदेश में करेंगे रैली

इस चुनावी समर में भाजपा ने सभी दस लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि सभी सीटें जीतने के लिए केन्द्र से बड़े नेताओं को प्रदेश में बुलाकर उनकी रैलियां करवाई जाएंगी। बड़े नेताओं में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सहित विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अलग अलग लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए बुलाया जाएगा।

मुझसे बड़े राजनीतिक खिलाड़ी बन गए सीएम मनोहर

केंद्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री पर चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदेश में साढ़े चार साल पहले नई नई सरकार बनी थी। पता नहीं था कि वो चल पाएगी की नहीं। मगर आज स्थिति बदल गई है, 40 साल की राजनीति में ऐसे झटके नहीं लिए हैं, जितने की मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने साढ़े चार साल में लोगों को दिए हैं। वो साढ़े चार साल में ही वो मुझसे बड़े राजनीतिक खिलाड़ी बन गए हैं।

आनन-फानन में लगाया बृजेंद्र सिंह का फोटो

रैली में मंच के ऊपर बड़ा बैनर लगाया गया था। उस बैनर में भाजपा प्रत्याशी बृजेन्द्र ङ्क्षसह की फोटो नहीं लगाई थी। जैसे ही दिन में घोषणा हुई कि हिसार लोकसभा से भाजपा ने बृजेन्द्र ङ्क्षसह को प्रत्याशी बनाया गया है तो आनन फानन में उनका अलग से फोटो बनवाकर साइड में लगाया गया।


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