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HSSC : क्लर्क भर्ती परीक्षा स्थगित होने का पत्र वायरल करने वाले पर एफआईआर दर्ज

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती से बात की गई तो उन्‍होंने कहा कि यह अफावह है। 21 22 और 23 सितंबर 2019 को होने वाली क्‍लर्क भर्ती परीक्षा स्‍थगित नहीं हुई है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 03:07 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 08:15 AM (IST)
HSSC : क्लर्क भर्ती परीक्षा स्थगित होने का पत्र वायरल करने वाले पर एफआईआर दर्ज
HSSC : क्लर्क भर्ती परीक्षा स्थगित होने का पत्र वायरल करने वाले पर एफआईआर दर्ज

चंडीगढ़/हिसार,जेएनएन। हरियाणा में 21, 22 और 23 सितंबर 2019 को होने वाली एचएसएससी की क्लर्क भर्ती परीक्षा स्थगित नहीं हुई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा लेटर और सीएमओ का ट्वीट दोनों ही फेक हैं। ऐसे में चिंता न करें और परीक्षा की तैयारी में जुटे रहें।

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वायरल हो रहे पत्र की जब जागरण ने जांच पड़ताल की और इस बारे में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती से बात की गई तो उन्‍होंने कहा कि यह अफावह है। क्‍लर्क भर्ती परीक्षा स्‍थगित नहीं हुई है। परीक्षा तय की गई तारीखों पर ही होगी। किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा पत्र हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के नाम से बनाया गया है। उसमें लिखा गया है कि विज्ञापन संख्या 5/2019 कैटेगरी नंबर 1 क्लर्क पद के लिए लिया जाने वाली परीक्षा जो कि 21, 22 और 23 सितंबर 2019 को होनी थी उसे स्थगित कर दिया गया है। इसे आगामी आदेश तक रोक दिया गया है।

इतना ही नहीं सीएमओ का एक ट्वीट भी इसी सूचना के संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। मगर एचएसएससी चेयरमैन का कहना है कि आयोग ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया है। किसी ने सोशल मीडिया पर फेक लेटर बनाकर आयोग के नाम से डाला है। वहीं ट्वीट भी फेक है। किसी भी तरह से बहकावे में न आएं।

भारत भूषण भारती ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग ने इस अफवाह पर कड़ा संज्ञान लिया है और एक एफआइआर भी दर्ज करवाई गई है। उन्होंने बताया कि अज्ञात के खिलाफ पंचकूला 66 डी आइटी एक्ट व धारा 420 के तहत केस दर्ज करवाया गया है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने बताया कि प्रदेश में पारदर्शी तरीके से हो रही भर्तियों को लेकर विरोधी राजनीतिक दलों में बौखलाहट है और उनके इशारे पर शरारती तत्व ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं।

भारती और जैन के अनुसार पूर्व में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए ऐसे ही फर्जी पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी। मगर वर्तमान सरकार योग्य युवाओं को उनको रोजगार का उचित अवसर दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी अफवाह फैलाकर भ्रम पैदा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। 


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