महामारी से कैसे निपटेंगे, हिसार सिविल अस्पताल में आक्सीजन का प्लांट बनाने का काम अधर में लटका
एक हजार लीटर प्रति मिनट आक्सीजन का उत्पादन करने वाले आक्सीजन प्लांट बनाने का काम अधर में लटका हुआ है। जबकि कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का स्ट्रक्चर तैयार करने के बावजूद प्लांट लगाने में देरी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, हिसार। जिला नागरिक अस्पताल में एक हजार लीटर प्रति मिनट आक्सीजन का उत्पादन करने वाले आक्सीजन प्लांट बनाने का काम अधर में लटका हुआ है। जबकि कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में आक्सीजन प्लांट का स्ट्रक्चर तैयार करने के बावजूद प्लांट लगाने में देरी की जा रही है। मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही प्लांट बनाने का काम पूरा किया जाएगा। जबकि वास्तविकता में प्लांट का स्ट्रक्चर तैयार किए एक महीने का समय बीत चुका है।
इसके बावजूद प्लांट के निर्माण को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा। गौरतलब है कि वर्ष 2021 में नागरिक अस्पताल में 200 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन का उत्पादन करने वाला पहला आक्सीजन प्लांट लगाया गया था। यह प्रतिदिन करीब 40 आक्सीजन सिलेंडर भरता है। लेकिन इस प्लांट को कोरोना की दूसरी लहर में लगाया गया था।
उस दौरान कोरोना केस अधिक बढ़ने पर आक्सीजन की अधिक जरूरत पड़ी थी। जिस कारण 200 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन देने वाला प्लांट आक्सीजन की कमी को पूरा नहीं कर पाया था। ऐसे में नागरिक अस्पताल में दूसरा आक्सीजन प्लांट बनाए जाने का फैसला किया गया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यहां पर 1000 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन करने की क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया था ताकि नागरिक अस्पताल आत्मनिर्भर बने।
इसे बनाने के लिए विभाग ने 64 लाख का बजट जारी किया था। जिसके बाद से पीडब्ल्यूडी विभाग की तरफ से आक्सीजन प्लांट के निर्माण शुरू किया गया है। मलेरिया विभाग कार्यालय के गेट के पास बनाए जा रहे प्लांट का स्ट्रक्चर बनाए एक महीने से अधिक समय बीत चुका है लेकिन इसके बावजूद इसके आगे का निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा है। विभाग के अधिकारियो ने इसे जल्द ही बनाए जाने की बात कही है।