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कोरोना महामारी माहौल से विद्यार्थियों की मानसिकता पर कितना पड़ा असर, नेशनल अचीवमेंट सर्वे में लगेगा पता

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर यह परीक्षा आयोजित हो रही है। इस सर्वे का उद्देश्य सभी प्रदेशों के सरकारी स्कूलों सहित सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के सीखने के उपलब्धि स्तर का आकलन करना है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 12:34 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 12:34 PM (IST)
कोरोना महामारी माहौल से विद्यार्थियों की मानसिकता पर कितना पड़ा असर, नेशनल अचीवमेंट सर्वे में लगेगा पता
बच्चों की सीखने की क्षमता के आकलन के लिए नेशनल अचीवमेंट सर्वे 12 नवंबर को आयोजित होगा।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : विद्यार्थियों का शिक्षा स्तर जांचने के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाने जा रहा है। सरकारी स्कूलों, सहायता प्राप्त तथा मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की सीखने की क्षमता के आकलन के लिए नेशनल अचीवमेंट सर्वे 12 नवंबर को आयोजित होगा। यह सर्वे पूरे भारत में एक साथ होगा। प्रत्येक जिले से 130 से अधिक स्कूलों का चयन किया गया है। ऐसे में जिले के सभी स्कूलों में इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं। परीक्षा शुरू होने से करीब दो दिन पहले ही स्कूलों का नाम आएगा।

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पहले सक्षम के तहत परीक्षा होती थी, लेकिन इस बार नए तरीक से यह सर्वे हो रहा है। सर्वे के तहत आकलन परीक्षा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा ली जाएगी। सर्वे परीक्षा में कक्षा तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं के विद्यार्थी भाग लेंगे। जिले में इस परीक्षा को लेकर माक टेस्ट भी आयोजित किए जा रहे है ताकि अंतिम जब परीक्षा हो तो विद्यार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए।

विद्यार्थी का हो सकेगा आकलन

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर यह परीक्षा आयोजित हो रही है। इस सर्वे का उद्देश्य सभी प्रदेशों के सरकारी स्कूलों सहित सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के सीखने के उपलब्धि स्तर का आकलन करना है। इसके आधार पर भविष्य में स्कूलों और शिक्षकों की शैक्षणिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक नीतियां और कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों के बौद्धिक स्तर पर काफी असर पड़ा है। ऐसे में यह परीक्षा विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगी। इन्हें ग्रामीण, शहरी, ग्रामीण, प्राइवेट, सरकारी आदि पैमानों पर मापा जाएगा।

जिले में 139 स्कूलों में होगी परीक्षा

स्कूलों का चयन यूडायस-2019-20 के तहत किया गया है। सर्वेक्षण को लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों को प्रत्येक स्कूलों के लिए एक-एक पर्यवेक्षक, क्षेत्र अन्वेषक का चयन करने के निर्देश दिए हैं। जिले में 139 स्कूलों में यह परीक्षा आयोजित होगी। शिक्षा विभाग के पास अभी तक लिस्ट नहीं आई कि कौन-कौन से स्कूल इसमें भाग लेंगे।

अब जाने जिले में विद्यार्थियों की संख्या

कक्षा विद्यार्थी

तीसरी 10507

चौथी 10792

पांचवीं 11331

आठवीं 10247

दसवीं 17194

ये पूछेंगे जाएंगे प्रश्न

एनसीआरटी की तरफ से तीन साल में एक बार राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण करवाया जाता है। 2017 में ये सर्वेक्षण हुआ था। 2020 में होना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते नहीं हुआ। शिक्षा विभाग जिले के रैंडम स्कूलों में कक्षा तीसरी और पांचवीं के विद्यार्थियों की हिंदी, गणित और ईवीएस, कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों कीं सामाजिक और विज्ञान, हिंदी और गणित तथा दसवीं के विद्यार्थियों कीं सामाजिक, विज्ञान, हिंदी, गणित तथा अग्रेजी विषय की परीक्षा लेगा।

--------जिले में 139 स्कूलों में यह सर्वे आयोजित किया जाएगा। इसके लिए हमारी पूरी टीम लगी हुई है। सक्षम को लेकर जो टीम कार्य कर रही थी वो इसमें शामिल है। इस सर्वे सरकारी व प्राइवेट स्कूलाें के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। दो दिन पूर्व ही स्कूलों की लिस्ट आएगी। ऐसे में 12 नवंबर को यह परीक्षा आयोजित होगी।

दयानंद सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद।


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