हिसार नगर निगम का टारगेट था 77.83, एक साल में कमा पाया महज 41.69 करोड़ रुपये
हिसार नगर निगम ने कमाई से ज्यादा कर दिया खर्च पार्षद बोले- हमारी समझ से परे बजट। नगर निगम में आज होगा बजट पेश इस बार 79.66 करोड़ रुपये का रखा लक्ष्य
हिसार, जेएनएन। नगर निगम प्रशासन ने एक साल में कमाई से ज्यादा खर्च कर डाला। पार्षदों को वाट्सएप पर मैसेज भेजकर निगम प्रशासन ने 8 मई को बजट की बैठक बुला ली है। पार्षदों को भेजे गए बजट डिटेल में उन्हें यह तक समझ नहीं आ रहा है कि जब निगम ने एक साल में कमाई 41.69 करोड़ रुपये की तो 58.04 करोड़ रुपये कहां से खर्च कर दिए। पार्षदों से जब बजट के बारे में बातचीत की तो वे बोले कि निगम के भेजे दस्तावेज हमारी समझ से परे हैं। जब हमें ये समझ ही नहीं आ रहे तो पास क्या करें।
कोरोना में जहां सभी जंग लड़ रहे हैं, वहां अचानक जल्दबाजी में बजट पास करवाने का औचित्य क्या है। यह तो फिर से बड़े गोलमाल की ओर इशारा कर रहा है। ऐसे में अब बजट पर सुबह पार्षदों से बातचीत कर ही फैसला लेंगे।
बता दें कि नगर निगम प्रशासन ने वित्तवर्ष 2020-21 का बजट आज हाउस में प्रस्तुत करेगा। पहली बार ऐसा होगा कि बजट की बैठक ऑनलाइन होगी। बजट में विभिन्न बिंदुओं पर मेयर व पार्षद निगम अफसरों से ऑनलाइन जवाब तलबी करेंगे। बैठक में निगम प्रशासन 79,66,55000 यानि 79.66 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया जाएगा। जो गत वर्ष के मुकाबले 1.82 करोड़ रुपये अधिक है। इस बजट पर पार्षदों की आज सहमति के लिए विचार विमर्श होगा।
बजट में ये है आय और व्यय का ब्यौरा
- साल 2019-20 में सालाना बजट का लक्ष्य - 77.83 करोड़ रुपये
- साल 2019-20 में आय के लक्ष्य के साथ खर्च की संभावना जताई - 77.73 करोड़ रुपये
- निगम साल भर के प्रयासों से सालाना आय कर पाया - 41.69 करोड़ रुपये
- निगम ने 41.69 करोड़ आय के बावजूद खर्च कर दिया - 58.04 करोड़ रुपये
साल 2020-21 के बजट का लक्ष्य - 79.66 करोड़ रुपये
यदि आय हुई तो खर्च की उम्मीद - 78.10 करोड़ रुपये
पार्षद बोला निगम बजट की तो विजिलेंस जांच होनी चाहिए, जरूरत पड़े तो सीबीआइ को भेजो
पार्षद महेंद्र जुनेजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि निगम में गोलमाल इस कदर हावी है कि आला अफसर भ्रष्टाचार के मामले की जांच करने की बजाय बजट पास करवाने में लगे हुए हैं। लगातार बैठकों में गृहकर शाखा में भ्रष्टाचार के आरोप की मांग करते आ रहे हैं लेकिन आज तक जांच भी पूरी नहीं हुई। मेरी सरकार से मांग है कि भ्रष्टाचार पर जांच हो ताकि जनता को भी सच पता चले। बजट वह होता है जो स्पष्ट हो लेकिन ऐसा नहीं है। पार्षद शालू दीवान ने कहा कि पहले पुराने मामले में स्थिति तो स्पष्ट हो।वहीं कुछ पार्षद नाम न छापने की शर्त पर बोले कि बजट हमारी समझ से परे है।
-----8 मई को बजट प्रस्तुत होगा। यदि किसी पार्षद को बजट पर किसी प्रकार का एतराज है तो उसकी बात सुनी जाएगी। पार्षदों की सहमति पर ही बजट पास होगा। पार्षद बजट पर अपनी बात अवश्य रखें।
- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।