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अजब-गजब : मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए निगम ने मांगा पंडित का शपथपत्र, दूल्हों ने की शिकायत

मैरिज रजिस्ट्रेशन में निगम के चक्कर काटने से परेशान दो दूल्हे शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आदेश का पत्र लेकर मेयर के सामने पहुंचे और अपनी मर्जी की शर्त लगा तंग करने की शिकायत की।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 03:22 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 11:00 AM (IST)
अजब-गजब : मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए निगम ने मांगा पंडित का शपथपत्र, दूल्हों ने की शिकायत
अजब-गजब : मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए निगम ने मांगा पंडित का शपथपत्र, दूल्हों ने की शिकायत

हिसार [पवन सिरोवा] नगर निगम में यदि आपको मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाना है तो पहले पंडित का आइडी के साथ शपथपत्र ले लें। नहीं तो आपको मैरिज प्रमाणपत्र के लिए नागरिक सेवा केंद्र और निगम अफसरों के चक्कर काटने होंगे। क्योंकि निगम प्रशासन नागरिक सेवा केंद्र में नियम व शर्तों का लेटर चस्पा कर यह शर्त लगा रखी है। यही नहीं आधार कार्ड को रिहायशी आइडी के रूप में भी अमान्य कर दिया है। ऐसे में मैरिज रजिस्ट्रेशन में निगम के चक्कर काटने से परेशान दो दूल्हे शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आदेश का पत्र लेकर मेयर के सामने पहुंचे और अपनी मर्जी की शर्त लगाकर उन्हें तंग करने की शिकायत की। ऐसे में यह मामला दिनभर निगम में चर्चाओं में रहा।

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शिव नगर निवासी राहुल और बारह क्वार्टर निवासी सोनू सोनी ने बताया कि उन्होंने अपनी-अपनी मैरिज पंजीकरण के लिए निगम में दस्तावेज जमा करवाए थे। पहले तो उन्हें 30 शर्त वाला कागज दिखाकर फाइल बनाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने जब सरकार का दस्तावेज मांगा तो उन्होंने नागरिक सेवा केंद्र में चस्पा किए हुए पेज को दिखाते हुए 15 शर्तों का लेटर दिखाया। जिसमें पंडित का शपथपत्र मांगा हुआ था। साथ ही रिहायशी प्रमाण के सबूत के यप में आधार कार्ड को मान्य नहीं कर रहे हैं। जबकि पासपोर्ट तक में उसे मान्यता दी जा रही है। जबकि सरकार की ओर से जारी आदेश में ऐसी कोई शर्त नहीं है।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 7 जून 2018 का यूएलबी महानिदेशक की ओर से जारी पत्र भी कर्मचारी से लेकर जेसी तक को दिखाया है जिसमें साफ लिखा हुआ है कि उनकी ओर से विवाह पंजीकरण हेतु इन आदेशों के बिंदुओं में वर्णित दस्तावेजों के अतिरिक्त किसी और के दस्तावेज की अपने स्तर पर मांग न की जाए। बावजूद इसके अधिकारी उन्हें नाजायज तंग कर रहे हैं। यहीं नहीं अपनी कमियां छुपाने के लिए जो दस्तावेज चस्पा किया है, उस पर ज्वाइंट कमिश्नर का पद तो लिखा है लेकिन उनके हस्ताक्षर नहीं है।

यानि जनता को नाजायज तंग किया जा रहा है। दूल्हों ने कहा कि तीन दिन से उन्हें यह तक नहीं बताया जा रहा है कि उनके दस्तावेज में नियमानुसार कहा कमी है। इस बारे में उन्होंने मेयर को अधिकारी की शिकायत की है। मेयर ने इस मामले में उचित संज्ञान लेने का आश्वासन दिया है।

-----पंडित का हमने कोई शपथपत्र नहीं मांगा है। मैं एक्ट के अनुसार ही कार्य करती हूं। जो मैरिज रजिस्ट्रेशन एक्ट के अनुसार दस्तावेज चाहिए, वहीं दस्तावेज मांगें जाते हैं। बल्कि हमने तो जनता को कई सुविधाएं प्रदान की हुई हैं।

- शालिनी चेतल, ज्वाइंट कमिश्नर, नगर निगम हिसार।


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