एल्कोहल के नाम पर बिक रहा हर्बल सैनिटाइजर, हिसार डीसी बोलीं, होगी कार्रवाई
लॉकडाउन के बाद से शहर में सैनिटाइजर की डिमांड अचानक से बढ़ गई है। ऐसी परिस्थिति में जब लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं तो वहीं कुछ दवा विक्रेता इस मौके का फायदा उठाकर मुनाफा कमा रहे
हिसार, जेएनएन। लॉकडाउन के बाद से शहर में सैनिटाइजर की डिमांड अचानक से बढ़ गई है। ऐसी परिस्थिति में जब लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं तो वहीं कुछ दवा विक्रेता इस मौके का फायदा उठाकर मुनाफा कमाने में लगे हैं। दैनिक जागरण ने शहर की कई दवाओं की दुकानों पर सैनिटाइजर व दूसरी प्रकार की आवश्यक दवाओं को लेकर रियलिटी चेक किया।
जिसमें पाया कि दवा विक्रेता एल्कोहल के नाम पर लोगों को हर्बल सैनिटाइजर मुहैया करा रहे हैं। यह लोगों को एमआरपी रेट से कम दामों पर सैनिटाइजर देते हैं तो लोगों को शक भी नहीं होता। जबकि इनकी एमआरपी काफी अधिक होती है। ऐसे में 15 से 20 रुपये के सैनिटाइजर 55 से 70 रुपये तक में बिक रहे हैं। सिर्फ यह नहीं बल्कि कई लोगों को झोली भर-भर के सैनिटाइज दिए जा रहे हैं।
यह जानना जरूरी
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए आपको ऐसे सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें 70 फीसद एल्कोहल हो। बाजार में बिक रहे हर्बल सैनिटाइजर सामान्य तौर पर तो ठीक हैं। मगर इस खतरनाक बीमारी के लिए विशेष रूप से एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर को ही उपयुक्त माना गया है।
केस 1 : हर्बल सैनिटाइजर की कीमत में काफी फर्क
शहर के मुख्य बाजार के पास एक मेडिकल हॉल से हमने सैनिटाइजर मांगा। दवा विक्रेता ने पंचकूला की एक कंपनी द्वारा निर्मित 50 एमएल का सैनिटाइजर दिया। बताया यह हर्बल सैनिटाइजर है। इस सैनिटाइजर पर 89 रुपये एमआरपी था, जिसे दुकानदार ने 55 रुपये का दिया। इसके बाद जब हम दूसरी दुकान पर गए तो उसने हिसार में निर्मित कंपनी का हर्बल सैनिटाइजर दिया। इस पर 25 रुपये एमआरपी थे, बिक्रेता ने यह 15 रुपये का दिया। ऐसे में आप अंदाजा ला सकते हैं कि एक प्रकार सैनिटाइजर बाजार में अलग-अलग दामों में मिल रहा है।
केस 2: हर्बल सैनिटाइजर का प्रयोग सही या नहीं
शहर में एक स्थान पर पुलिस कर्मियों ने एक व्यक्ति को लॉकडाउन के दौरान रोका। जिसके पास से एक कार्टून भर सैनिटाइजर मिले। यह सभी हर्बल सैनिटाइजर थे। जब व्यक्ति से पूछा तो उसने बताया कि यह सैनिटाइजर आसानी से बनाए जा सकते हैं। इमें ग्लैसरीन व अन्य पदार्थ डालते हैं। मगर यह एल्कोहल सैनिटाइजर जितना असरदार नहीं होता। ऐसे में यह पता चलता है कि ऐसे सैनिटाइजरों को बाजार में कुछ स्थानीय कंपनियां मुहैया करा रही हंै जिनसे लोगों को अधिक फायदा भी नहीं है।
केस 3 : बच्चों के डायपर प्रिंट रेट पर बिक रहे
दवाओं की दुकानों पर जब लोग डायपर आदि सामान लेने पहुंचे तो उन्हें यहां हर सामान एमआरपी रेट पर दिया जा रहा है। जबकि लोगों का कहना था कि पहले वह लेते थे तो उन्हें एमआरपी से कम दामों का भुगतान करना पड़ता था।
----जिले में कहीं भी सैनिटाइजर की मुनाफा खोरी किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसको लेकर ड्रग कंट्रोल अधिकारी को निर्देशित किया गया है। वह अब पता करेंगे कि किस-किस स्थानों पर इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है।
- डा. प्रियंका सोनी, उपायुक्त, हिसार
---हर्बल सैनिटाइजर के स्थान पर लोगों को 70 फीसद एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर लेने चाहिए। क्योंकि कोविड 19 वायरस के लिए यह पूरी तरह से उपयुक्त है। हर्बल सैनिटाइजर आयुष विभाग के तहत आते हैं। मगर फिर भी इस मामले को संबंधित अधिकारियों को चेकिंग के लिए निर्देश दूंगा।
- अशोक कुमार मीणा, कमिश्नर, फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, हरियाणा।