डिलीवरी से पहले गर्भवतियों की हेपेटाइटिस बी की करनी होगी जांच
जारी निर्देशों के तहत अब चिकित्सकों को नवजात बच्चों गर्भवती महिलाओं नशा करने वाले लोगों समेत अन्य मरीजों की हेपेटाइटिस जांच करनी अनिवार्य होगी।
रोहतक [पुनीत शर्मा] हेपेटाइटिस को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने रूपरेखा तैयार करते हुए अधिकारियों को अमल करने के निर्देश दिए हैं। जारी निर्देशों के तहत अब चिकित्सकों को नवजात बच्चों, गर्भवती महिलाओं, नशा करने वाले लोगों समेत अन्य मरीजों की हेपेटाइटिस जांच करनी अनिवार्य होगी। इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग के माध्यम से आवश्यक निर्देश दिए। इससे पहले हेपेटाइटिस के खात्मे के लिए सरकार द्वारा जांच किट और मरीजों को दी जाने वाली दवाइयां उपलब्ध कराई गई थीं। वहीं पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआइएमएस) में हेल्थ यूनिवर्सिटी कुलपति डा. ओपी कालरा ने फ्री दवाई वितरण का शुभारंभ किया था।
हेपेटाइटिस के खात्मे के लिए उठाए गए कदम में गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डा. प्रवीण मल्होत्रा की जमकर तारीफ की थी। गेस्ट्रो विभाग को ही हेपेटाइटिस बी (काला पीलिया) के उपचार के लिए मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर बनाया गया था। वहीं केंद्र सरकार ने भी हेपेटाइटिस को खत्म करने के लिए जीवन रेखा योजना शुरू की थी, टीम में डा. प्रवीण मल्होत्रा को भी सदस्य बनाया गया था। अब सरकार ने योजना लॉंच करने के बाद आदेश जारी कर दिए हैं कि किसी भी स्थिति में मरीज की सर्जरी करने, डिलीवरी से पहले हेपेटाइटिस की जांच करना अनिवार्य होगा। जिससे इस बीमारी को प्रदेश से खत्म किया जा सके। एसीएस ने सिविल सर्जन को आदेश दिए हैं कि लोगों को बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।
इन लोगों की करनी होगी हेपेटाइटिस की जांच
- सभी गर्भवती महिलाओं की हेपेटाइटिस बी की जांच अनिवार्य
- नवजात बच्चों को हेपेटाइटिस से बचाव के लिए टीकाकरण
- सर्जरी करने से पहले सभी मरीजों की हेपेटाइटिस बी की जांच
- जेल में बंद नए अपराधियों की हेपेटाइटिस बी व सी की जांच
- एआरटी सेंटर पर आने वाले एड्स के मरीजों की जांच
- आइसीटीसी सेंटर पर भर्ती हाई रिस्क मरीजों की जांच
- बाल सुधार गृह में भर्ती बच्चों की हेपेटाइटिस बी की जांच
----वीडियो कांफ्रेंङ्क्षसग में अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कराया जाएगा। हेपेेटाइटिस की जांच के लिए पर्याप्त संख्या में किट और मरीजों को दी जाने वाली दवाइयां सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। मरीजों को जांच व दवाइयों के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी। इसके लिए मरीज को अपना आधार कार्ड साथ लाना होगा।
- डा. अनिल बिरला, सिविल सर्जन।