9 साल से नहीं हुआ सिविल अस्पताल में रिकार्ड का ऑडिट, दवा घोटाले के बाद खंगाला रिकार्ड
स्वास्थ्य विभाग में दवा घोटाले की जांच तेज हो गई है। सिविल अस्पताल हिसार का तीन साल का रिकॉर्ड चंडीगढ़ मंगवा लिया गया है।
जागरण टीम, हिसार : स्वास्थ्य विभाग में दवा घोटाले की जांच तेज हो गई है। सिविल अस्पताल हिसार का तीन साल का रिकॉर्ड चंडीगढ़ मंगवा लिया गया है। वहीं हांसी में पंचकूला से पहुंची ऑडिट टीम ने डेरा डाल लिया है। दूसरी तरफ, सीएमओ ने अस्पताल की खरीद और स्क्रूटनी कमेटी में भी बदलाव कर उसमें डिप्टी सीएमओ रैंक के डाक्टरों को शामिल करने के संकेत दिए हैं, ताकि आगे होने वाली खरीद में कोई दिक्कत न हो।
स्वास्थ्य विभाग में दवाइयों व सामान की खरीद में सांसद दुष्यंत चौटाला ने घोटाला होने के आरोप लगाए हैं। आरोप के बाद भाजपा सरकार ने अपने स्तर पर जांच के साथ कैग को जांच की जिम्मेवारी दी है। इसी कड़ी में हिसार से पिछले तीन साल कागजात को चंडीगढ़ मुख्यालय मंगवा लिया गया है। वहीं सिविल अस्पताल में कागजात को भी ड्रग कंट्रोलर के अंतर्गत बनाई गई टीम ने अपने कब्जे में लिया है। उनकी तरफ से सीएमओ को जांच रिपोर्ट भी सौंप दी गई है। अब विभाग की तरफ से आगे किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसको लेकर दवाइयों को स्थानीय स्तर पर जरूरत पड़ने पर खरीदने और उनकी स्क्रूटनी करने की कमेटी में बदलाव के संकेत दिए है। सीएमओ की तरफ से दोनों कमेटी का रिव्यू किया जाएगा। उसमें डिप्टी सीएमओ स्तर के अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। इसका मुख्य मकसद आगे किसी प्रकार की होने वाली खरीद में सवाल खड़े न हो।
टीम के आने की नहीं थी किसी को भनक
स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से आई अधिकारियों की ऑडिट टीम हांसी से अस्पताल के पिछले 9 वर्ष के रिकॉर्ड की जांच कर मंगलवार को वापस लौट गई। नागरिक अस्पताल में पिछले 9 दिनों से डेरा डाले ऑडिट टीम द्वारा ऑडिट शुरू की गई कार्रवाई की भनक अस्पताल के कई चिकित्सकों को भी नहीं थी। टीम द्वारा ऑडिट करने के बाद रिपोर्ट विभाग के मुख्यालय में दी जाएगी। रिपोर्ट में खामियां पाए जाने पर स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय की ओर से हांसी अस्पताल प्रशासन को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
मुख्यालय से तीन अधिकारियों की टीम 12 मार्च को नागरिक अस्पताल हांसी में ऑडिट के लिए पहुंची थी। अस्पताल में पिछले 9 वर्ष से ऑडिट का कार्य नहीं हुआ था। ऑडिट में एक्सपर्ट अधिकारियों से लैस यह टीम सात 9 दिनों से अस्पताल में डेरा डाले हुए थी। टीम ने अस्पताल की सभी ब्रांचों के रिकॉर्ड को कब्जे में लेकर उसकी जांच की। ऑडिट टीम द्वारा दवा, उपकरण, स्टाफ व मरीजों आदि से संबंधित पूरे रिकॉर्ड को खंगाला गया। अधिकारियों द्वारा रिकॉर्ड के निरीक्षण के बाद तैयार की गई विस्तृत रिपोर्ट को स्वास्थ्य विभाग को सौंपी जाएगी। ऑडिट टीम ऑडिट का कार्य पूरा कर मंगलवार को वापस लौट गई।
ऑडिट में खुलेगी पोल, अस्पताल सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की पालना में कितना गंभीर
सरकार द्वारा लोगों को स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं के पालना में अस्पताल कितना गंभीर है, इसका पूरा रिकॉर्ड ऑडिट किया गया है। वर्तमान में सरकार बाल विकास, महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी व मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजनाओं के तहत कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही हैं, जिसका वर्ष भर का ऑडिट किया गया।
अस्पताल में 9 वर्ष से नहीं हुआ था ऑडिट
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल के 9 सालों के पूरे रिकॉर्ड का ऑडिट करने के लिए टीम को भेजा गया था। जो पिछले हफ्ते सोमवार से अस्पताल में काम कर रही थी। ऑडिट का कार्य पूरा कर टीम मंगलवार को वापस लौट गई है। टीम ने दवा, उपकरण, मरीज, स्टाफ आदि के रिकॉर्ड का ऑडिट किया है और तैयार की गई रिपोर्ट को टीम उच्चधिकारियों को सौंपेंगी।
- डा. अरुणा गर्ग, एसएमओ।