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शादियों में सप्लाई करने के लिए रखे थे फ्लेवर्ड हुक्के, कैफे समेत 11 दुकानों पर छापे

हुक्का रखने वाले दुकानदारों से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिल दिखाने के लिए कहा, मगर दुकानदार मना कर गए। कहना था कि वह दिल्ली से यह खरीद कर लाते हैं और शादी समारोह में भिजवाते हैं

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 29 Jan 2019 01:17 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jan 2019 01:17 PM (IST)
शादियों में सप्लाई करने के लिए रखे थे फ्लेवर्ड हुक्के, कैफे समेत 11 दुकानों पर छापे
शादियों में सप्लाई करने के लिए रखे थे फ्लेवर्ड हुक्के, कैफे समेत 11 दुकानों पर छापे

हिसार, जेएनएन। शहर में होने वाली शादियों में हुक्के भी सप्लाई होने लगे हैं। तंबाकू वाले इस हुक्के को फ्लेवर्ड किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसी दुकानों को चिह्नित कर उन पर छापे मारे हैं। हुक्का दुकानदार रख सकता है या नहीं टीम ने उसका पता कर नियमानुसार उन पर कार्रवाई की। पहली बार में जुर्माना लगाकर चेतावनी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि यह तंबाकू वर्जित श्रेणी में ही आता है और कोई दुकानदार ऐसे खुले में नहीं बेच सकता।

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टीम को उनके पास हुक्का में प्रयोग होने वाले फ्लेवर्ड तंबाकू भी मिला। उसके अलावा तंबाकू का विज्ञापन करने के लिए लगाए गए पोस्टरों को भी हटवाया। विभाग ने शहर की 11 दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला। विभाग ने दुकानदारों को चेतावनी दी यदि दोबारा उनको ऐसा मिला तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को नशे के खिलाफ मुहिम चलाकर रेलवे रोड पर हुक्का रखने वाली दुकान और कैफे समेत 11 दुकानों पर छापे मारे। टीम ने छापे के दौरान किसी दुकान या कैफेट एरिया पर नशे से दूर रहने की चेतावनी वाला बोर्ड नहीं लगा मिला। विभाग ने उन दुकानों से पोस्टरों को हटवा दिया जिन पर सिगरेट व अन्य तरीके से तंबाकू का विज्ञापन कर रहे थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दुकानदारों को दोबारा ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी। साथ ही दुकानदारों को बताया कि सेक्शन 5 और 7 के तहत यह पोस्टर नहीं लगा सकते।

हुक्का रखने पर टीम अधिकारियों ने बताया कि यह नियमानुसार कोई भी दुकानदार हुक्का उसका तंबाकू नहीं बेच सकता। उच्च अधिकारियों को भी इस बारे में अवगत करवाया गया है। वो नियमानुसार यदि कोई ओर कार्रवाई बनती है तो करेंगे।

पुलिस के साथ मिलकर की कार्रवाई

डिप्टी सीएमओ डा. अर्चना सहगल और फार्मासिस्ट राजन वर्मा ने छापे मारने के लिए पुलिस मांगी थी। पुलिस के साथ दोनों अधिकारियों ने सभी दुकानदारों पर 200-200 रुपये जुर्माना लगाया।

नहीं मिला हुक्के का बिल

हुक्का रखने वाले दुकानदारों से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बिल दिखाने के लिए कहा, मगर दुकानदार मना कर गए। दुकानदारों का कहना था कि वह दिल्ली से यह खरीद कर लाते हैं और शादी समारोह में इनको भेजते हैं। विभाग की तरफ से हुक्का रखने वाले ऐसे दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई करने के भी आदेश जारी किए हैं।

यहां मारे छापे

टीम ने सब्जी मंडी, पड़ाव चौक, रेलवे रोड के लॉज और एक किरयाणा स्टोर पर छापे मारे। टीम ने छापे के दौरान पाया कि किसी कैफेटेरिया और दुकानों पर चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है। नियमानुसार कैफे या दुकान के अंदर और बाहर नशे के खिलाफ चेतावनी बोर्ड का लगाना जरूरी है। दुकानदार सरेआम सरकारी नियमों की धज्ज्यिां उड़ा रहे थे।

छामामार अभियान चलता रहेगा: डा. अर्चना

स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी सीएमओ डा. अर्चना सहगल ने बताया कि कुछ कैफे और किरयाणा स्टोर पर धूम्रपान को बढ़ावा देने वाले ऐसे बोर्ड लगाए जा रहे हैं। जो इन डायरेक्ट रूप से विशेष कंपनी की सिगरेट का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। यह सरकारी नियमों के खिलाफ है। टीम ने 11 दुकानों पर जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि यह अभियान रुकेगा नहीं।


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