Move to Jagran APP

हरियाणा के लाल ने बनाई ऐसी अनेाखी अंग्रेजी वर्णमाला, यूएसए में 9 तो ऑस्ट्रेलिया में 27 डॉलर मूल्य

डबवाली के राहुल ने एक अनोखी तरह की अंग्रेजी वर्णमाला बनाई है। इसे बनाने में तीन साल लग गए। कोटा का पब्लिशर 10 लाख रुपये में इसे खरीदना चाहता था मगर राहुल ने ऑफर ठुकरा दिया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2020 08:43 PM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2020 08:43 PM (IST)
हरियाणा के लाल ने बनाई ऐसी अनेाखी अंग्रेजी वर्णमाला, यूएसए में 9 तो ऑस्ट्रेलिया में 27 डॉलर मूल्य
हरियाणा के लाल ने बनाई ऐसी अनेाखी अंग्रेजी वर्णमाला, यूएसए में 9 तो ऑस्ट्रेलिया में 27 डॉलर मूल्य

सिरसा/डबवाली, जेएनएन। जब भी कोई अनोखा काम करता है तो उसकी चर्चा जरूर हाती है। ऐसा ही एक काम हरियाणा के लाल ने किया है। सिरसा जिला के उपनगर डबवाली के रहने वाले राहुल धमीजा ने ऐसी अनोखी अंग्रेजी वर्णमाला बनाई है जो भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी खूब बिक रही है। करीब एक माह पहले मार्केट में आई उनकी क्रिएटिव एल्फाबेट बुक नई दिल्ली, कर्नाटक, मुंबई, जालंधर, लखनऊ, तमिलनाडू, अहमदाबाद, नोएडा, बेंगलुरु, अयोध्या जैसे महानगरों का सफर तय कर चुकी है। राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां शरणार्थी बच्चों के लिए चलाई जा रही एक पाठशाला में एक शख्स ने इस पुस्तक की 100 कॉपी उपलब्ध करवाई हैं ताकि प्रत्येक बच्चा खेल-खेल में अंग्रेजी वर्णमाला के शब्दों को आत्मसात कर सकें।

loksabha election banner

भारत में मूल्य 199 रुपये है तो विदेशों में यह कई गुणा अधिक मूल्य पर बिक रही है। यूएसए में 9 डॉलर (668 रुपये 97 पैसे) तो वहीं ऑस्ट्रेलिया में मूल्य 27 डॉलर (1451 रुपये 79 पैसे) है। बुक को दिल्ली के वंडर हाउस ने प्रकाशित किया है। वंडर हाउस तथा अमेजन में करार बुक की सेल बढ़ा रहा है। राहुल धमीजा के अनुसार उसे प्रति बुक 16 रुपये कमीशन मिलेगा। जिसे वह बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने या फिर सामाजिक कार्यों में खर्च करेंगे।

तीन वर्षों में पूरी हुई वर्णमाला

राहुल धमीजा डबवाली के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी सुषमा जेबीटी हैं। राहुल खुद एमएससी बीएड, पीजीडीसीए हैं। वे कोचिंग सेंटर चलाते हैं। साथ ही बेहतरीन कलाकार हैं। सुषमा ने ही राहुल को अंग्रेजी वर्णमाला का सरल प्रारुप तैयार करने का आइडिया दिया था। एक अक्षर को बनाने में पांच से सात घंटे लगे। लेकिन अक्षर की कहानी बनाने में कई दिन लगते। वर्ष 2016 में शुरू हुआ वर्णमाला बनाने का सफर 2019 में पूरा हुआ।

कोटा से आया 10 लाख का ऑफर ठुकराया

अंग्रेजी वर्णमाला के नए प्रारूप को देखकर देश के कई पब्लिशर उसे खरीदना चाहते थे। राजस्थान के कोटा के एक शख्स ने 10 लाख रुपये की ऑफर कर दी। बदले में उसने सबकुछ उसे सौंपने की बात कही, लेकिन राहुल ने ऑफर ठुकरा दिया। वह प्रारूप को इतना महंगा नहीं होना देना चाहते थे कि यह देशवासियों की पहुंच से बाहर हो जाए।

शब्द एक, अर्थ अनेक

अंग्रेजी वर्णमाला का नया प्रारूप बेहद सरल है। आइए पहले शब्द ए को ही लेते हैं। अक्सर किताबों में ए फॉर एप्पल पढऩे को मिलता है लेकिन राहुल की बुक में ए के अनेक अर्थ हैं। ए से एप्पल के अलावा एंकल, एंट, एकोरन, आर्म, एरो, एलीगेटर, एंबुलेंस, एरोप्लेन है। शब्द को देखने भर से ही सब चीजों का पता चल जाता है। शब्द में ही अर्थ के अनुसार आकृतियां बनी हुई हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.