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Haryana Weather Update: हरियाणा में कल देर रात से बदलेगा मौसम, मानसूनी बारिश आने की संभावना

हरियाणा में 9 जुलाई देर रात्रि से मौसम में बदलाव संभावित है। 10 जुलाई से मानसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिससे राज्य में 10 जुलाई से 14 जुलाई के बीच-बीच में हवायों व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 08 Jul 2021 10:55 AM (IST)Updated: Thu, 08 Jul 2021 10:55 AM (IST)
Haryana Weather Update: हरियाणा में कल देर रात से बदलेगा मौसम, मानसूनी बारिश आने की संभावना
हिसार में रात्रि तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, अब राहत मिलने के आसार

जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार में दिन ही नहीं बल्कि रात्रि भी गर्म हो रही है। हालात यह हैं कि रात्रि तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस बढ़कर 31.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आने वाले दिनों में बारिश ही दिन और रात की गर्मी को कम करने का काम कर सकेगी। मौजूदा समय में मानसून की टर्फ रेखा नीचे आने की संभावना को देखते हुए हरियाणा में 9 जुलाई देर रात्रि से मौसम में बदलाव संभावित है। 10 जुलाई से मानसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। जिससे राज्य में 10 जुलाई से 14 जुलाई के बीच-बीच में हवायों व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है।

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मानसून की टर्फ रेखा हिमालय की तरफ

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया कि मानसून की उत्तरी सीमा 19 जून से बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अम्बाला, अमृतसर पर ही टिकी हुई है। मानसून टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियों की तरफ बनी हुई है। यह टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियों से 9 जुलाई से दक्षिण की ओर नीचे आने तथा बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाब का क्षेत्र बनने से मानसून के सक्रिय होने की अनुकूल परिस्थितियों बनेंगी।

किसान इन बातों का रखें ध्यान

किसानों को कुछ छोटे-छोटे उपाय करने की आवश्यकता है। इसमें खरीफ फसलों, सब्जियों व फलदार पौधों में यदि आवश्यक हो तभी सिंचाई करें। अगले तीन दिनों में यदि पानी उपलब्ध हो तो धान की पौध की रोपाई सुबह व सांय ही करे तथा बारिश आने पर पौध की रोपाई जारी रखें। नरमा कपास व अन्य फसलों में स्प्रे करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखें। वहीं ग्वार बाजरा आदि फसलों की बिजाई के लिए उत्तम किस्मों के प्रमाणित बीजों का प्रबंध करे तथा खेतों को तैयार करे ताकि अच्छी बारिश होने पर बिजाई की जा सके।


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