Haryana weather update: गर्मी और उमस से राहत देने वाली खबर... 48 घंटे बाद हरियाणा पहुंचेगा मानसून
हरियाणा के लोगों का मानसून का इंतजार खत्म होने वाला है। 2 दिन बाद मानसून की बारिस की संभावना है। हालांकि इससे पहले गर्मी का अहसास जरूर होगा। हिसार में तापमान 42 डिग्री के आसपास बना हुआ है। उमस भी परेशान कर रही है।
जागरण संवाददाता, हिसार। इन दिनों गर्मी जोरो पर है। हरियाणा के गुरुग्राम और हिसार सहित अन्य जिलों में तापमान 42 डिग्री से ऊपर है। वहीं मौसम विज्ञानियों का कहना है कि आने वाले 48 घंटों में मानसूनी हवाएं प्रदेश में दस्तक देंगी। नौ जुलाइ को ही मानसूनी हवाएं हरियाणा में दाखिल हो जाएंगी। जिससे कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। मगर मानसून 10 जुलाई को आएगा और यह हरियाणा के उत्तरी भाग को कवर करेगा।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून की उत्तरी सीमा 19 जून से अब तक बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला, अमृतसर पर ही बनी हुई है। मानसून टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियों की तरफ बढ़ी हुई है। पिछले तीन-चार दिनों से (2 जुलाई से) टर्फ रेखा दक्षिण की ओर थोड़ी सी नीचे आने पर हरियाणा में उत्तरी व दक्षिण पाश्चिमी जिलों में धूलभरी हवाओं व गरज चमक के साथ कहीं-कहीं प्री-मानसून बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 1 जून से 5 जुलाई के बीच हरियाणा में 56.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह सामान्य (64 मिलीमीटर) से 12 फीसद कम है।
यह है इस हफ्ते का मौसम पूर्वानुमान
हरियाणा राज्य में 8 जलाई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील, गर्म परन्तु नमी वाला वातावरण बने रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी व दक्षिण पाश्चिमी क्षेत्रों में कहीं-कहीं बीच-बीच में आंशिक बादल, धूल भरी हवाएं चलने व कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है। 9 जुलाई से मानसून के आगे बढ़ने की अनुकूल परिस्तिथियां बनने की संभावना है। राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में 9 जुलाई रात्रि से 12 जुलाई के बीच हवाओं व गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
मौसम आधारित कृषि सलाह
- खरीफ फसलों, सब्जियों व फलदार पौधों में यदि आवश्यक हो तभी सिंचाई करें।
- अगले तीन दिनों में यदि पानी उपलब्ध हो तो धान की पौध की रोपाई सुबह व शाम काे ही करें और बारिश आने पर पौध की रोपाई जारी रखें।
- नरमा कपास व अन्य फसलों में स्प्रे करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखें।
- ग्वार बाजरा आदि फसलों की बिजाई के लिए उत्तम किस्मों के प्रमाणित बीजों का प्रबंध करें और खेतों को तैयार करे ताकि अच्छी बारिश होने पर बिजाई की जा सकें।
- मानसून की बारिश की संभावना को देखते हुए हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नर्सरी या विश्वविद्यालय के उद्यान विभाग की नर्सरी से उत्तम किस्मों के फलदार पौधों को लेकर अपने खेतों में पौधे अवश्य लगाएं।
हिसार की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें