Move to Jagran APP

राज्यसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति का चढ़ा पारा, कुंडू और नयनपाल में ट्वीट वार

हरियाणा की राजनीति में इन दिनों हलचल देखने को मिल रही है। राज्‍यसभा सदस्‍य के चुनाव से पहले राजनेताओं में जमकर बयानबाजी हो रही है। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और नयनपाल के बीच ट्वीट वार हुआ। कुंडू ने नयनपाल को कठपुतली बताया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 08 Jun 2022 08:09 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jun 2022 08:09 PM (IST)
राज्यसभा चुनाव से पहले हरियाणा की राजनीति का चढ़ा पारा, कुंडू और नयनपाल में ट्वीट वार
रोहतक के महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू।

रोहतक, जागरण संवाददाता। राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रदेश की राजनीति का पारा चढ़ता जा रहा है। भाजपा-कांग्रेस के साथ निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरने के बाद निर्दलीय विधायकों की खास भूमिका हो गई है। हालांकि भाजपा और कांग्रेस के पास विधायकों का संख्या बल पूरा है, लेकिन क्रास वोटिंग के डर से कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी की जीत को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।

loksabha election banner

राज्यसभा चुनाव में समर्थन देने को लेकर महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और पृथला से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत के बीच ट्वीट वार शुरू हो गया है। विधायक नयनपाल ने सभी निर्दलीय विधायक सरकार के साथ होने का दावा किया था, जिसपर विधायक बलराज कुंडू ने ट्वीट करके न केवल खंडन किया बल्कि उनको कठपुतली की संख्या दे डाली। विधायक नयनपाल ने भी ट्वीट करके कुंडू में बुद्धि-विवेक नहीं होने का बात कही है।

बलराज कुंडू ने ट्वीट करते हुए विधायक नयनपाल के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि नयनपाल कठपुतली है और उनका दिया गया बयान बकवास है। वह किसी कठपुतली के कहने से राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं करेंगे। अपनी बुद्धि और विवेक से प्रदेश के लोगों की भावना के अनुरूप ही निर्णय लेंगे।

बलराज कुंडू के ट्वीट के कुछ देर बाद नयनपाल ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि बलराज कुंडू ने पांच विधायकों के बीच उनके साथ ही वोट करने का वादा किया था। आज शाम चार बजे अपने फ्लैट्स पर भी बातचीत के लिए बुलाया है। उनका ट्वीट न केवल घटिया मानसिकता को दर्शाता है बल्कि बलराज में बुद्धि-विवेक नाम की कोई चीज नहीं है।

कुंडू ने किसान आंदोलन में खोला था सरकार के खिलाफ मोर्चा

महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू पहले भाजपा में थे। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा। इसके बाद सरकार को समर्थन भी दिया। किसान आंदोलन में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अपना समर्थन भी वापस ले लिया। कुंडू इसके बाद लगातार सरकार के खिलाफ मुखर हैं। राज्यसभा चुनाव में बलराज कुंडू ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, हालांकि अन्य निर्दलीय विधायक भाजपा को अपना समर्थन दे चुके हैं और निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में वोट करने की बात कर चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.