Haryana Municipal Poll Result: हांसी नगर परिषद ने दोहराया 35 साल पुराना इतिहास, सब रह गए हैरान
वर्ष 1987 में भी हांसी विधानसभा से भाजपा का विधायक था और आज भी हांसी विधानसभा की सीट पर भाजपा के विधायक विनोद भयाणा हैैं। उस समय भी भाजपा का चेयरमैन नहीं बन पाया था और अब भी नगर परिषद में चेयरमैन की कुर्सी पर आजाद उम्मीदवार चुना गया है।
प्रदीप दूहन, हांसी। करीब 35 साल पहले भाजपा ने हांसी नगर पालिका के लिए सिंबल पर चुनाव लड़ा था और चेयरमैन कांग्रेस समर्थित बना था। बुधवार को नगर परिषद चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर से 35 साल पहले के इतिहास को दोहराया है। वर्ष 1987 में भी हांसी विधानसभा से भाजपा का विधायक था और आज भी हांसी विधानसभा की सीट पर भाजपा के विधायक विनोद भयाणा हैैं। उस समय भी भाजपा का चेयरमैन नहीं बन पाया था और अब भी नगर परिषद में चेयरमैन की कुर्सी पर आजाद उम्मीदवार चुना गया है। हालांकि इस बार हांसी के वोटरों ने सीधे तौर पर अपना चेयरमैन चुना है।
इस चुनाव में विधायक विनोद भयाना के वार्ड से भी भाजपा प्रत्याशी नहीं जीत सकीं। विधायक के इस वार्ड से प्रवीन ऐलावादी की पत्नी पूनम ऐलावादी मैदान में थीं। पूनम ऐलावादी ने भाजपा प्रत्याशी को 515 वोटों से हराकर इस वार्ड में अपने वर्षों की पैठ कायम रखी। वार्ड 22 से ऐलावादी के परिवार ने लगातार छठी बार जीत हासिल की है। पहले वार्ड 22 से प्रवीन ऐलावादी पार्षद थे। प्रवीन ऐलावादी इस बार वे चेयरमैन का चुनाव लड़ रहे थे।
भाजपा पार्षद अपने बराबर भी मीनू सेठी को नहीं दिला पाए वोट
भाजपा पार्षद अपने-अपने वार्डों से पार्टी की चेयरपर्सन को अपने बराबर भी वोट नहीं दिला पाए। नगर परिषद के 25 वार्डों में पार्षदों को कुल 17,858 वोट मिले हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी मीनू सेठी को मात्र 14923 वोट मिले। विजयी प्रत्याशी प्रवीन ऐलावादी को 20,428 वोट मिले हैैं।
65 में से मात्र 18 बूथों पर ही जीत पाईं मीनू सेठी
नगर परिषद के चुनाव में हांसी शहर में कुल 65 बूथ बनाए गए थे। इनमें से मात्र 18 बूथों पर ही भाजपा प्रत्याशी मीनू सेठी जीत दर्ज करवा पाईं। मतगणना के 10 राउंडों में मीनू सेठी एक बार भी बढ़त हासिल नहीं कर पाईं। सभी राउंडों पर निर्दलीय प्रत्याशी प्रवीन ऐलावादी बढ़त हासिल करते रहे।
विधायक के बूथ से भी भाजपा के चेयरपर्सन और पार्षद प्रत्याशी हारे
हांसी के विधायक विनोद भयाना का वार्ड 22 पड़ता है। इस वार्ड में विधायक भयाना ने बूथ नंबर 50 पर परिवार सहित वोट डाला था, परंतु विधायक अपने ही बूथ व वार्ड से चेयरपर्सन व पार्षद प्रत्याशी को जीत नहीं दिला पाए। विधायक के बूथ नंबर 50 से मीनू सेठी को 199 और प्रवीन ऐलावादी को 495 वोट मिले हैं। भाजपा पार्षद प्रत्याशी गरिमा भुटानी को 736 व प्रवीन ऐलावादी की पत्नी पूनम ऐलावादी को 1251 वोट मिले हैं।
पूर्व चेयरपर्सन पति अपने ही वार्ड से हारे
नगर परिषद चेयरमैन के लिए चुनाव लड़ रहे पूर्व चेयरपर्सन प्रतिनिधि तीसरे नंबर पर रहे। चुनाव से पहले उन्होंने दावा किया था कि वे कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार हैैं। चुनाव के दौरान ङ्क्षरकू के छोटे भाई व पूर्व चेयरपर्सन निर्मला सैनी के पति विनोद सैनी को भी अपने ही वार्ड में हार का सामना करना पड़ा। विनोद सैनी की वार्ड नंबर 25 से 584 वोटों से हार हुई है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष भी हारे
चुनाव के दौरान भाजपा के मंडल अध्यक्ष को भी हार का सामना करना पड़ा है। मंडल अध्यक्ष अशोक ढालिया अपने वार्ड में तीसरे नंबर पर रहे है। उन्हें वार्ड से कुल 457 वोट ही प्राप्त हुए हैं। अशोक ढालिया इससे पहले की योजना में पार्षद थे।
आप का नहीं खुला खाता
हांसी नगर परिषद चुनाव में भाजपा ने 27 में से 25 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे। इसमें से तीन प्रत्याशी अपने-अपने वार्डों में तीसरे नंबर पर तो एक प्रत्याशी चौथे नंबर पर रहा। वहीं दो वार्डों में भाजपा के उम्मीदवार 25 वोटों से भी कम अंतर से जीते हैैं। एक वार्ड में भाजपा उम्मीदवार को मात्र 17 वोट से हार का सामना करना पड़ा। आप ने 5 वार्डों में प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन कहीं भी खाता नहीं खुला।
पांच वार्डों में आजाद उम्मीदवारों से जीता नोटा
पांच वार्डों में नोटा भी कई उम्मीदवारों से आगे रहा। वार्ड 10 में नोटा को छह वोट मिले तो वहीं आजाद उम्मीदवार किरण बाला को मात्र दो वोट मिले। वार्ड 14 में नोटा को 10 वोट मिले तो आजाद उम्मीदवार मशीन कुमार को नौ वोट मिले। वार्ड 18 में नोटा को 15 वोट मिले तो आजाद उम्मीदवार सुमनजीत को सात वोट मिले। वार्ड 19 में नोटा को 13 तो वहीं आजाद उम्मीदवार लेखराज को 12 व दलीप कुमार को मात्र 2 वोट मिले। वार्ड 25 में नोटा को 43 वोट तो वहीं आजाद उम्मीदवार को ईश्वर को 20 वोट मिले।
वार्ड 23 से 23 वोटो से जीता भाजपा प्रत्याशी
वार्ड 23 में तीन उम्मीदवारों की कांटे की टक्कर देखने को मिली। तीनों ही प्रत्याशियों का हार-जीत का अंतर मात्र कुछ वोटों का था। भाजपा प्रत्याशी इस वार्ड में मात्र 23 वोटों से जीत हासिल कर सका। भाजपा प्रत्याशी को 556 निर्दलीय प्रत्याशी सरोज बाला 533 व दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी तनुज खुराना को 525 वोट मिले। इस वार्ड में नोटा को 20 वोट मिले। इस वार्ड से भाजपा प्रत्याशी अपनी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहा लेकिन वार्ड में विजेता उम्मीदवार का जीत का अंतर हर बार कम होता जा रहा है।
तीन वार्डों में सिलाई मशीन की मशीन रही सही
हांसी नगर परिषद में भाजपा के 12 उम्मीदवार जीतने में सफल रहे है। इसके साथ ही तीन उम्मीदवार सिलाई मशीन के चुनाव चिह्न पर चुनाव जितने में कामयाब रहे तो दो उम्मीदवार उगता सूरज, दो उम्मीदवार सीढ़ी, दो उम्मीदवार साइकिल, एक धनुष, एक हवाई जहाज, एक रेल इंजन, एक कप प्लेट व एक उम्मीदवार घड़ी के चुनाव चिह्न पर जितने में कामयाब रहा है।
मोना चौधरी ने कराई पति की जमानत जब्त
वार्ड नंबर 18 से प्रधानमंत्री आवास योजना के सदस्य सिमांत चौधरी की जमानत जब्त हो गई। इस वार्ड में सिमांत की पत्नी मोना चौधरी ने जीत हासिल करते हुए पति की जमानत जब्त करवा दी। भाजपा प्रत्याशी मोना चौधरी को 639 वोट मिले और उनके पति सीमांत चौधरी को मात्र 29 वोट मिले। दरअसल, सीमांत चौधरी ने इस वार्ड से अपनी पत्नी को चुनाव लड़वाने का फैसला किया था और उनकी पत्नी मोना चौधरी भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रही थीं।