Haryana Monsoon News : हरियाणा से मानसून वापसी के 14 दिन शेष, कहीं ज्यादा तो कहीं कम होगी बारिश
साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मानसूनी हवा की सक्रियता बढ़ने से हरियाणा राज्य में 30 अगस्त रात्रि से 5 सितंबर तक अधिकांश जिलों में बारिश हुई। अब भी मानसून की टर्फ रेखा अनूपगढ़ हिसार दिल्ली हरदोई कोरबा कलिंगपत्नम से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, हिसार। दक्षिण पश्चिम मानसून को गुजरने में 14 दिन का समय शेष रहा है। ऐसे में लोगों को आगामी दिनों में भी मानसून की बारिश से राहत मिल सकती है। मगर जहां पानी भरा हुआ है, वंहा फसल खराब होने का भी डर बना हुआ है। वहीं पिछले कुछ समय से बारिश से प्रदेश में वायु की गुणवत्ता अच्छी बनी हुई है। इसके साथ ही गर्मी से निजात मिली है। मौसम विज्ञानियों ने इन दिनों में बारिश के आसार भी जताए हैं और पूर्वानुमान के मुताबिक बारिश हो भी रही है मगर फिर भी पांच जिले बारिश से अछूते रहे हैं।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खिचड़ बताते हैं कि बंगाल की खाड़ी में बने एक कम दबाब के क्षेत्र व साथ में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से मानसूनी हवा की सक्रियता बढ़ने से हरियाणा राज्य में 30 अगस्त रात्रि से 5 सितंबर तक अधिकांश जिलों में बारिश हुई। अब भी मानसून की टर्फ रेखा अनूपगढ़, हिसार, दिल्ली, हरदोई, कोरबा, कलिंगपत्नम से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है।
राजस्थान में बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन
एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तर पाश्चिमी राजस्थान व इस के साथ लगते पंजाब के पास बने होने से राज्य में मानसून 11 सितम्बर तक सक्रिय बने रहने की संभावना को देखते हुए मौसम 11 सितम्बर तक ज्यादातर क्षेत्रों में आमतौर पर परिवर्तनशील रहने, बीच- बीच में बादलवाई तथा कहीं कहीं बारिश होने की संभावना है। जिससे दिन व रात्रि के तापमान में हल्की गिरावट व हवा में नमी की अधिकता बने रहने की संभावना है।
बारिश होने से सुधर सकते हैं हालात
यह वह पांच जिले हैं जिसमें बारिश अभी भी सामान्य से काफी कम है। इसमें अंबाला, भिवानी, पंचकूला, रोहतक व यमुनानगर शामिल हैं। रविवार को भी हिसार सहित अन्य जिलों में बारिश हुई। हालांकि हिसार में तो कुछ स्थानों पर ही बारिश का लाभी मिल सका। बीते रविवार को अंबाला में एक मिलीमीटर, भिवानी में सात मिलीमीटर, पंचकूला सात मिलीमीटर व हिसार में दो एमएम बारिश दर्ज की गई। अभी तक हरियाणा में ओवरआल 18 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई थी।