बड़ी राहत, हरियाणा की चार यूनिवर्सिटी के फिजिकल एजुकेशन कोर्स व डिग्री को मान्यता मिली
एनसीटीइ ने जारी की अधिसूचना हजारों विद्यार्थियों को होगा फायदा। डीपीएड बीपीएड व एमपीएड की डिग्री नहीं थी कई राज्यों में मान्य। एमडीयू केयू सीबीएलयू सीडीएलयू सिरसा का नाम शामिल
रोहतक [ओपी वशिष्ठ] हरियाणा प्रदेश के चार विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग से विभिन्न पाठ्यक्रम की डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परिषद (एनसीटीइ) ने विश्वविद्यालय से पाठ्यक्रमों को मान्यता प्रदान कर दी है। एनसीटीइ ने देश के जिन विश्वविद्यालय व संस्थानों को मान्यता दी है, उनमें हरियाणा के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक, कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी और चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा का नाम भी शामिल हैं। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में तो विद्यार्थी इस मांग को लेकर आंदोलन भी कर चुके हैं।
-----बीपीएड व एमपीएड कोर्स राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परिषद से मान्यता होना जरूरी है। अगर एनसीटीई से मान्यता नहीं मिलती तो संबंधित विश्वविद्यालय या महाविद्यालय की डिग्री की अन्य राज्यों में कोई कीमत नहीं रहती। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के शारीरिक शिक्षा विभाग में डिप्लोमा इन फिजिकल एजुकेशन (डीपीएड), बैचलर इन फिजिकल एजुकेशन (एमपीएड)व मास्टर इन फिजिकल एजुकेशन (एमपीएड) पाठ्यक्रम लंबे समय चल रहा था। पिछले दिनों यहां से डिग्री लेकर सरकारी नौकरियों के लिए विद्यार्थियों ने आवेदन किया तो उनकी डिग्री को एनसीटीइ से मान्यता नहीं होने के कारण अमान्य कर दिया।
इससे विद्यार्थियों को सरकारी नौकरियों को लेकर संशय बन गया था। इतना ही नहीं कुछ राज्यों में तो नौकरियों के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इसलिए चयनित नहीं किया गया क्योंकि उनकी डिग्री एनसीटीइ से मान्य नहीं थी। इसको लेकर विद्यार्थियों ने लंबे समय समय तक धरने-प्रदर्शन व आंदोलन किए। इसी तरह कुरूक्षेत्र विवि, चौधरी बंसीलाल विवि भिवानी और चौधरी देवीलाल विवि सिरसा में भी कई पाठ्यक्रमों को एनसीटीइ से मान्यता नहीं थी। अब एनसीटीइ ने मान्यता देने वाले विश्वविद्यालय व संस्थानों की सुची जारी की है, उसमें प्रदेश के चारों विश्वविद्यालय के नाम मौजूद हैं।
इन विवि के पाठ्यक्रम को दी गई मान्यता
विश्वविद्यालय कोर्स सत्र
एमडीयू रोहतक डीपीएड 2000 से 2006
एमडीयू रोहतक बीपीएड 2006 से 2018
एमडीयू रोहतक एमपीएड 2006 से 2018
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरूक्षेत्र एमएड, बीपीएड, एमपीएड 1995 से 2017
सीडीएलयू सिरसा सीपीएड 2003 से 2018
सीबीएलयू भिवानी एमपीएड 2014 से 2018
पंजाब विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को भी मंजूरी
पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के भी फिजिकल एजुकेशन के विभिन्न पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गई है। विवि में एमएड (साधारण) को 1995 से लेकर 2017, एमएड (सायंकालीन) 1995 से 2002, एमएड (शैक्षिक प्रौद्योगिकी) 1995 से 2016 तथा एमएड (मागर्दशन और काउंसिङ्क्षलग) 1995 से 2016 तक के सत्र को एनसीटीइ ने मान्यता प्रदान कर दी है। दिए गए सत्र तक जिन भी विद्यार्थियों ने डिग्री हासिल की है, वो अब एनसीटीइ से मान्य है।
----विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग में लंबे समय से एनसीटीइ से पाठ्यक्रमों को मान्यता नहीं थी। इसको लेकर विद्यार्थी संघर्ष कर चुके थे। लंबे समय से मांग थी। कुलपति प्रो. राजबीर ङ्क्षसह व कुलसचिव गुलशन तनेजा के प्रयासों से पाठ्यक्रमों को मान्यता मिल गई है। इससे विवि के करीब एक हजार विद्यार्थियों को फायदा होगा। हालांकि 2018-19 के सत्र में डीपीएड और एमपीएड पाठ्यक्रम को मंजूरी मिलना अभी शेष है। जिसका प्रक्रिया एनसीटीइ में पहले से शुरू की जा चुकी है।
- प्रो. राजेंद्र गर्ग, अध्यक्ष शारीरिक शिक्षा विभाग, एमडीयू, रोहतक।