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सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम ने मांगी 21 दिन की इमरजेंसी पैरोल, इस वजह का दिया हवाला

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने बीमार मां का हवाला देते हुए 21 दिन की पैरोल मांगी है। जेल प्रशासन ने पैरोल देने के लिए पुलिस से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) मांगी है। पुलिस प्रशासन ही सुरक्षा कारणों को देखते हुए फैसला लेगा।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 18 May 2021 04:12 PM (IST)Updated: Tue, 18 May 2021 04:12 PM (IST)
सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम ने मांगी 21 दिन की इमरजेंसी पैरोल, इस वजह का दिया हवाला
गुरमीत राम रहीम ने पुलिस से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) मांगते हुए 21 दिन की पैराेल मांगी है

रोहतक, जेएनएन। दुष्कर्म और हत्या के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने बीमार मां का हवाला देते हुए 21 दिन की पैरोल मांगी है। जेल प्रशासन ने पैरोल देने के लिए पुलिस से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) मांगी है। पुलिस प्रशासन ही सुरक्षा कारणों को देखते हुए फैसला लेगा। पैरोल के लिए गुरमीत पहले भी कई बार प्रयास कर चुका है, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते जेल से बाहर जाने की मंशा पूरी नहीं हुई है।

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सुनारिया जेल में सजायाफ्ता राम रहीम ने सोमवार को जेल प्रशाासन को पैरोल के लिए अर्जी लगाई है। जेल प्रशासन ने पैरोल की प्रक्रिया के तहत पुलिस से एनओसी मांगी है ताकि उसे पैरोल देने में कोई बाधा उत्पन्न हो। गुरमीत को पैरोल लेने के लिए सिरसा और रोहतक पुलिस अधीक्षक जेला प्रशासन को एनओसी देंगे। अगर पुलिस ने उसे जेल से बाहर जाने में किसी प्रकार की कानून व्यवस्था को खतरा नहीं दिखा तो पैरोल मंजूर हो जाएगी। इसके उल्ट अगर उसके बाहर आने के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना दिखी तो पहले की भांति पैरोल की अर्जी खारिज हो जाएगी। राम रहीम इससे पहले परिवार में शादी, बीमार मां की देखभाल, खेती करने को लेकर पैरोल मांग चुका है।

23 घंटे के लिए पीजीआइ लाया गया था

पिछले दिनों राम रहीम की जेल में तबियत खराब हो गई थी। पीजीआइ चिकित्सकों के बोर्ड ने उसके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए टेस्ट करवाने की सलाह दी थी। जेल प्रशासन ने चिकित्सकों की सलाह पर उसे पीजीआइ भेजने का निर्णय लिया था। राम रहीम को पीजीआइ में 23 घंटे रखा गया, इसके बाद टेस्ट की रिपोर्ट सामान्य आने पर वापस जेल भेज दिया गया था।

25 अगस्त 2017 से जेल में बंद है राम रहीम

राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में 25 अगस्त 2017 को पंचकूला की विशेष सीबीआइ अदालत ने दोषी करार दिया था। इसके बाद सुरक्षा कारणों के चलते सरकार ने उसे सुनारिया जेल में भेजने का निर्णय लिया। तीन दिन बाद जेल में ही सीबीआइ की अदालत लगाकर उसको सजा सुनाई गई थी। तभी से राम रहीम जेल में बंद है। पिछले दिनों राम रहीम को कड़ी सुरक्षा में गुरुग्राम स्थित एक अस्पताल में भी बीमार मां का हालचाल जानने के लिए ले जाया गया था। राम रहीम को अस्पताल ले जाने के मामले को पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था। कई दिनों बाद इंटरनेट मीडिया पर सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद इस प्रकरण का पटाक्षेप हुआ था।


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