नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाउन ने बिगाड़ी अर्थव्यवस्था
खोवाल ने कहा कि विदेश से आने वाले नाममात्र के यात्री थे। बिना देश को बंद किए उन लोगों की जांच और संपर्को का पता कर आराम से रोका जा सकता था। पूरे देश को ठप करने की बजाय उनकी टेस्टिंग होनी थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फरवरी में कहा था कि आर्थिक सुनामी आने वाली है।
जागरण संवाददाता, हिसार : केंद्र सरकार के नोटबंदी ,जीएसटी और लॉकडाउन के फैसलों ने अर्थव्यवस्था को लंबे समय के लिए बर्बाद कर दिया है। पीड़ित लोग क्या यह सवाल पूछ पाएंगे कि जब आप लॉकडाउन जैसे कड़े निर्णय लेने जा रहे थे तब देश के प्रधानमंत्री के पास किस तरह के विकल्प, जानकारियां और विशेषज्ञ मौजूद थे। उनका महामारी के विज्ञान को लेकर क्या अनुभव था। यह बातें हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश चेयरमैन वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल ने कही।
खोवाल ने कहा कि विदेश से आने वाले नाममात्र के यात्री थे। बिना देश को बंद किए उन लोगों की जांच और संपर्को का पता कर आराम से रोका जा सकता था। पूरे देश को ठप करने की बजाय उनकी टेस्टिंग होनी थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फरवरी में कहा था कि आर्थिक सुनामी आने वाली है। उन्होंने लॉकडाउन को पॉज बटन बताया था। तब उनकी बात को किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। आज कोरोना के केसों की संख्या देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन कितना सफल रहा।