हिसार वासियों के लिए अच्छी खबर, पकड़े जाएंगे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बेसहारा पशु
एडीसी ने विभागों का तालमेल बैठाया हिसार में 4500 पशुओं को 57 गोशालाओं में भेजने की तैयारी है। एडीसी ने पशुपालन विभाग व नगर निगम के साथ योजना बनाई है। सोमवार से अभियान शुरू होगा
हिसार, जेएनएन। बेसहारा पशुओं को लेकर चल रहा दैनिक जागरण का अभियान अब रंग ला रहा है। इनसे हो रहे हादसों की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है। हिसार में अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने नगर निगम, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अधिकारियों की बैठक ली।
इसमें उन्होंने एक-एक अधिकारियों से समस्या के समाधान के बारे में पूछा। इस दौरान दोनों विभागों के साथ तालमेल बैठाते हुए रणनीति तैयार की गई। इसके तहत अब शहर में नगर निगम को ही पशु पकडऩे की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लॉक पंचायत विकास अधिकारी के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा। सोमवार तक सभी विभागों को टीम गठित कर अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। खास बात यह है कि प्रशासन ने माना है कि जिले में 4500 बेसहारा पशु हैं। इन्हें पकड़कर करीब 57 गोशालाओं में भेजा जाएगा।
प्रशासन ने गोशालाओं को किया तैयार
करीब एक वर्ष पहले इस अभियान को जोर-शोर से चलाया गया था, मगर बेसहारा पशुओं की देखभाल न होने के कारण यह ठीक से चल नहीं पाया। कुछ दिन बाद ही अभियान बंद हो गया था। इस दौरान बेसहारा गायों को गोशालाओं में भेजा गया था, लेकिन बाद में इनसे कोई फायदा न होने पर संचालकों ने इन्हें सड़क पर छोड़ दिया था। अब प्रशासन ने फिर से गोशालाओं से संबंध स्थापित कर पशुओं को वहां भेजने का फैसला लिया गया है। गोशालाओं को गोसेवा आयोग व हरियाणा सरकार से ग्रांट भी मिलती है, ऐसे में अब इन पशुओं की जिम्मेदारी सीधे तौर पर इनके ऊपर आ गई है।
पशुओं की टैगिंग करेगा पशुपालन विभाग
बैठक में नगर निगम को जिम्मेदारी देने के बाद पशुपालन विभाग की भी जिम्मेदारी तय की गई। उन्हें बेसहारा पशुओं की टैगिंग का काम दिया गया है। साथ ही इन पशुओं की चिकित्सकीय देखभाल अब भी इनके पास ही रहेगा।
अभियान ठप न हो इसके लिए साप्ताहिक समीक्षा
एडीसी अनीश यादव ने अधिकारियों को कहा है कि अभियान को जोर-शोर से संचालित करना है। अभियान ठप न हो, इसके लिए साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। जिसमें नगर निगम व ब्लॉकों से जुड़े अधिकारियों को हर सप्ताह में पशुओं को गोशालाओं में भेजने की स्थिति बतानी होगी। जिससे अभियान की दिशा और दशा तय होगी।
शहर में यहां रहता है जमावड़ा
पड़ाव चौक, नई सब्जी मंडी व नई अनाज मंडी क्षेत्र, सेक्टर 9-11 क्षेत्र, सेक्टर 13, 14, 16-17, अर्बन एस्टेट, आजाद नगर, पुरानी सब्जी मंड़ी क्षेत्र, मिलगेट क्षेत्र, बारह क्वार्टर क्षेत्र, ऋषि नगर एरिया सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर शाम होते ही पशुओं का जमावड़ा लग जाता है।
गोशालाओं की स्थिति
कुल गोशाला- 57
पशु- 50 हजार
गोअभयारण्य की स्थिति
गोअभयारण्य की घोषणा - मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 29 दिसंबर 2014 को की।
- शिलान्यास 9 सितंबर 2016 को हुआ
- गोअभयारण्य की भूमि - 50 एकड़ (25 एकड़ में गोअभयारण्य निर्माण, साढ़े 12 एकड़ में नंदीशाला और साढ़े 12 एकड़ में चारा प्रबंध) से ली।
- गोअभयारण्य के लिए अब तक 14 करोड़ की मंजूरी मिल चुकी है।
- 7 करोड़ रुपये इसका आधारभूत ढांचा तैयार करने में खर्च हो चुके है।
- गोवंशों के रखरखाव के लिए प्रतिमाह लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं।
- गोवंश (गाय व नंदी) : अनुमानित 285
-----सोमवार से बेसहारा पशुओं को पकडऩे का अभियान शुरू किया जाएगा। इसमें कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
---अनीश यादव, अतिरिक्त उपायुक्त, हिसार