गोल्डन गर्ल मनु ने सोने के साथ किया साल का आगाज, गदगद पिता ने ट्वीट कर दी बधाई
10 मीटर स्पर्धा में मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है। पिता के ट्वीट को रीट्वीट कर मनु ने थैक्यू पापा लिखा। पापा-बेटी के इस अंदाज को खूब ट्वीटकिया जा रहा है।मनु भाकर टोक्यो में होने वाले ओलंपिक की तैयारी में जुटीं हैं।
हिसार/झज्जर, जेएनएन। एशिया की नंबर 1 शूटर मनु भाकर ने अपनी पहचान के मुताबिक नए वर्ष में शानदार ढंग से आगाज किया है। नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा करणी सिंह रेंज में कराए जा रहे ट्रायल की 10 मीटर स्पर्धा में मनु भाकर ने गोल्ड मेडल जीता है। शूटर बेटी के प्रदर्शन से गदगद पिता ने ट्विटर पर स्कोर कार्ड शेयर करते हुए बधाई दी है। ट्विटर के माध्यम से दिखाए गए पिता के भाव को मनु ने रि-ट्वीट कर थैंक्यू पापा लिखा है। पिता-बेटी के अंदाज को खूब रि-ट्वीट किया जा रहा है। मनु एवं उनके पिता के फॉलोवर सहित अन्य प्रशंसक शुभकामनाएं भी दे रहे हैं।
शूटर बेटी की सफलता के पीछे पिता राम किशन का हाथ
बता दें कि मरीन इंजीनियर मनु के पिता राम किशन भाकर अपनी बेटी के करियर को देखते हुए करीब दो साल तक शिप पर भी नहीं गए थे। शूटिंग के खेल में पदार्पण करने के दौरान जब मनु का गन लाइसेंस बनने में दिक्कत आई तो पिता राम किशन भाकर ने बड़ी मजबूती से हर जगह अपनी बात रखी। दरअसल, बेटी की प्रतिभा को पहचानने वाले पिता राम किशन भाकर अन्य अभिभावकों के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं।
यह रहा मनु का स्कोर
गौरतलब है कि 10 मीटर एयर पिस्टल की स्पर्धा में मनु भाकर ने पहले राउंड में 600 में से 580.16 अंक प्राप्त करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। क्रम और अंदाज को बरकरार रखते हुए दूसरे राउंड में भी मनु ने टॉप स्कोर 239.3 का बनाया। जिसे पिता ने ट्विटर पर शेयर किया है।
कोरोनाकाल में घर पर किया कड़ा अभ्यास
गोल्डन गर्ल के रूप में विख्यात मनु भाकर ने पिछले चार साल से भी कम समय में शूटिंग की स्पर्धा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान बनाई है। संकट की मौजूदा घड़ी में भी शूटर मनु भाकर ने अपने घर पर बनाई शूटिंग रेंज में करीब 6 से 7 घंटा तक अभ्यास किया है। हालांकि, लॉकडाउन के बाद से मनु की ट्विटर पर सामाजिक कार्यों के प्रति लोगों को प्रेरित करने की गतिविधियां भी बढ़ी है।
ट्रैक्टर चला किसानों को किया था नमन
पिछले दिनों मनु ने अपने भाई के साथ खेत में ट्रैक्टर चलाते हुए किसानों को नमन किया था। जबकि, इससे पहले ट्विटर पर मास्क बनाकर लोगों को आत्मनिर्भर हो रहे भारत का संदेश दिया था। पिता राम किशन भाकर और मां सुमेधा भाकर की लाडली ने लॉकडाउन के बाद काफी समय अपने परिवार के साथ व्यतीत किया। पिता राम किशन के मुताबिक जब से मनु ने शूटिंग शुरू की हैं, के बाद ऐसा समय पहली दफा आया है। जब पूरे परिवार ने एक साथ इतना बेहतरीन समय व्यतीत किया हो।
कोरोना के दौर में खूब छाया मनु का देसी अंदाज
कोरोना के दौर में ट्विटर पर खूब सक्रिय रही मनु भाकर का देसी अंदाज भी खूब देखने को मिला। लॉकडाउन से अनलॉक के दौर के समय का बढ़िया ढंग से इस्तेमाल कर उन्होंने ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े रोजमर्रा के काम सीखे। पिछले दिनों अपनी परीक्षाओं की तैयारी करने, पेड़ से अमरूद तोडऩे, खेतों में ट्रैक्टर चलाने, घुड़सवारी करने, पेंटिंग करने सहित मास्क आदि तैयार करने की वीडियो भी डाली है।