माउंट एवरेस्ट पर अपना logo पहुंचाने वाली पहली यूनिवर्सिटी बनेगी जीजेयू, बेटी ने उठाया बीड़ा
विश्वविद्यालय की छात्रा एवं पर्वतारोही मनीषा विश्वविद्यालय का लोगो माउंट एवरेस्ट पर लेकर जाएगी। मनीषा ने 26 जनवरी को दक्षिणी अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किली मंजारो को फतह किया था
हिसार, जेएनएन। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय दुनिया का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा, जिसका 'लोगो' माउंट एवरेस्ट पर पहुंचेगा। विश्वविद्यालय की छात्रा एवं पर्वतारोही मनीषा विश्वविद्यालय का 'लोगो' माउंट एवरेस्ट पर लेकर जाएगी।
पर्वतारोही मनीषा विश्वविद्यालय की बीटेक बायोमेडिकल की पूर्व छात्रा है और वर्तमान में विश्वविद्यालय के दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय से एमबीए कर रही हैं। मनीषा ने 26 जनवरी को दक्षिणी अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किली मंजारो को फतह किया था। चोटी से मनीषा ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देतेे हुए पीएम मोदी संग तिरंगे को सलामी दी थी। अब मनीषा अप्रैल माह में माउंट एवरेस्ट फतेह के लिए जाएंगी।
विश्वविद्यालय के डीन एलुमनाई रिलेशंस विभाग के सौजन्य से मनीषा के सम्मान में एक समारोह भी आयोजित किया गया। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन एलुमनाई रिलेशंस प्रो. कुलदीप बंसल ने की।
उन्होंने मनीषा को विश्वविद्यालय का लोगों भेंट किया और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। इस दौरान कुलदीप बंसल, जनसम्पर्क अधिकारी बिजेन्द्र दहिया, प्रो. अंजन बराल, प्रो. मुकेश कुमार, प्रो. रवीश गर्ग, प्रो. देवेन्द्र कुमार, प्रो. आर बास्कर और छात्र संघ के प्रधान गौरव कादियान भी मौजूद रहे।
अगर हम संकल्प के साथ कुछ ठान लें तो कुछ भी असंभव नहीं है। नौकरी करना जरूरी नहीं है, खुद की पहचान बनाना जरूरी है। मैंने भी एवरेस्ट पर जाने के लिए अपनी नौकरी भी छोड़ी है। मुझे गर्व है कि वो विश्वविद्यालय की छात्रा है।
मनीषा, गुजवि छात्रा एवं पर्वतारोही।
विद्यार्थी अपने सपनों को पहचाने और अपनी क्षमता के साथ आगे बढ़े। निश्चित तौर पर मनीषा की तरह सफलता अवश्य मिलेगी। जिन्दगी छोटी नहीं बहुत बड़ी है। अभी से अपने आत्मविश्वास को जगाए और आगे बढ़े। हर व्यक्ति की जिन्दगी में महान क्षण आते हैं।
- प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, गुजवि।