फ्यूचर मेकर का एमडी बंसीलाल पांच दिन के रिमांड के दौरान उगल सकता है अहम राज
पांच दिन के पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ करेगी एसआइटी जींद। पिता भाई और मां की गिरफ्तारी के बाद दबाव में आए एमडी बंसीलाल ने किया सरेंडर
फतेहाबाद, जेएनएन। 2956 करोड़ रुपये का फ्रॉड करने वाली हिसार की फ्यूचर मेकर लाइफ केयर लिमिटेड कंपनी का एमडी बंसीलाल सीएमडी राधेश्याम और एमडी सुंदर के गिरफ्तार होने के बाद विदेश फरार हो गया था। वह विदेश में ही रहा और इधर की स्थिति की जानकारी लेता रहा। लेकिन जब मां-बाप और भाई की इस मामले में गिरफ्तारी हो गई तो दबाव में आकर ही उसने सोमवार को सरेंडर किया।
अगर एसआइटी परिवार के लोगों को न पकड़ती तो विदेश में ही सेट होने की फिराक में था। इसका खुलासा फतेहाबाद जिले के टिब्बी ढाणी निवासी बंसीलाल ने एसआइटी जींद द्वारा पूछताछ में किया है। एसआइटी फिलहाल बंसीलाल को कोर्ट से पांच दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ करने में जुटी हुई है।
रिमांड के दौरान एसआइटी ने बंसीलाल से अहम जानकारियां जुटानी हैं। विदेश में उसके साथ कौन-कौन गया था और किन-किन जगह पर निवेशकों के रुपयों से प्रॉपर्टी बनाई है। एसआइटी जींद के मुताबिक बंसीलाल ने निवेशकों के रुपयों से सदलपुर, टिब्बी, हिसार, भूना और हिमाचल प्रदेश के बद्दी में प्रॉपर्टी खरीदी है। यहां खरीदी गई प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद करने हैं। इसके अलावा प्रमोटरों के बारे में भी जानकारी हासिल करनी है। कंपनी ने 2956 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया है।
एसआइटी मां-बाप व भाई को पहले कर चुकी है गिरफ्तार
फ्यूचर मेकर कंपनी के खिलाफ 8 सितंबर 2018 को सदर थाना में मामला दर्ज हुआ था। कंपनी के सीएमडी राधेश्याम और एमडी सुंदर को तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और इसके बाद इन्हें फतेहाबाद एसआइटी प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी। लेकिन एमडी बंसीलाल काबू नहीं आया। तत्कालीन डीजीपी ने मामले की जांच फतेहाबाद एसआइटी से लेकर सिरसा एसआइटी को दे दी थी। इस मामले में सिरसा एसआइटी आरोपित बंसीलाल के पिता फतेहाबाद के टिब्बी ढाणी निवासी सोहनलाल को 18 दिसंबर 2018, मां सोना देवी को 26 फरवरी 2019 तथा भाई प्रेम कुमार को 31 जुलाई 2019 को गिरफ्तार कर चुकी है। एसआइटी के मुताबिक आरोपित बंसीलाल ने निवेशकों के रुपये से 40 एकड़ जमीन अपने परिजनों के नाम खरीदी थी। इसमें से साढ़े 6 एकड़ जमीन उसके पिता और साढ़े 5 एकड़ जमीन उसके भाई प्रेम कुमार के नाम भी थी। इसकी रजिस्ट्री को बरामद किया जा चुका है।
--फिलहाल ये पूछताछ की जा रही है कि वह कब-कब और कहां-कहां छिपा रहा। आरोपित से दस्तावेजों के अलावा प्रॉपर्टी संबंधित जानकारी भी जुटानी है।
- अश्वनी शैणवी,एसएसपी, जींद।