सावधान : खेल प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण से लेकर चरित्र तक पर अब हरियाणा खेल निदेशालय की पैनी नजर
पूर्व में खेल विभाग के पास पहुंची शिकायतों के मद्देनजर खेलमंत्री संदीप सिहं ने मानिटरिंग के लिए बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने खेल व्यवस्थाओं में जमीन स्तर तक सुधार करने के लिए कड़ा रुख इख्तियार कर लिया है। अब हर चीज की मॉनिटरिंग होगी।
पवन सिरोवा, हिसार : खेल प्रशिक्षकों की पूर्व में खेल विभाग के पास पहुंची शिकायतों के मद्देनजर खेलमंत्री संदीप सिहं ने मानिटरिंग के लिए बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने खेल व्यवस्थाओं में जमीन स्तर तक सुधार करने के लिए कड़ा रुख इख्तियार कर लिया है। इसी क्रम में निदेशालय ने नौ उपनिदेशक को जिला स्तर पर फील्ड में उतार दिया है। जो शहर से लेकर गांव तक स्टेडियमों में बारीकी से नजर रखेंगे। ये उपनिदेशक जानकारी जुटाएंगे कि खेल प्रशिक्षक खिलाड़ियों को सही से प्रशिक्षण दे रहे हैं या नहीं। समय पर मैदान पर पहुंच रहे हैं या नहीं। यहीं नहीं ये उपनिदेशक कोचों के चरित्र पर भी कड़ी निगरानी रखेंगे कि कहीं किसी कोच द्वारा किसी खिलाड़ी का मानसिक या शारीरिक रूप से शोषण तो नहीं किया जा रहा है। 28 जुलाई 2021 को निदेशक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि उपनिदेशक जिलों के कनिष्ठ प्रशिक्षकों/प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण केंद्रों का निरीक्षण करेंगे सभी 20 बिंदुओं पर निदेशालय को रिपोर्ट दें।
खेल निदेशालय ने जो उपनिदेशक जिला स्तर पर फील्ड में उतारे हैं। इनमें ओलिंपियन से लेकर एशियन व अन्य इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व कर खेल में सम्मान दिलाने वाले खिलाड़ी है। जिन्हें ओएसपी यानि आउट स्टैंडिंग स्पोर्ट्स प्रश्न पालिसी के तहत सीधे नियुक्ति प्रदान की है। ये उपनिदेशक काफी अनुभवी व मौजूदा समय में मैदान से लेकर खेल की बारीकियों के गहन जानकार है। निगरानी के अलावा ये उपनिदेशक यह भी जानकारी जुटाएंगे कि सरकार की ओर से खेल योजनाओं का क्रियान्वयन सही से हो रहा है या नहीं।
कोच का नाम, इन जिलों की करेंगे निगरानी
सुरजीत कुमार : हिसार, फतेहाबाद और सिरसा
रिंकू : झज्जर रेवाड़ी और गुरुग्राम
लक्ष्य : करनाल और कुरुक्षेत्र
अमित कुमार : भिवानी और रोहतक
रामपाल : चरखी दादरी और नारनौल
गौरव सोलंकी : फरीदाबाद, पलवल और नूंह
नरेंद्र : पंचकुला और अंबाला
सुमित : सोनीपत और जींद
राकेश पांडे : कैथल और पानीपत
- तीन साल का स्टेट, नेशनल, और इंटरनेशनल खिलाड़ियों की संख्या। सीनियर व जूनियर की अलग-अलग।
- हाजिरी रजिस्टर में कोच व खिलाड़ियों की कब-कब और कितनी उपस्थिति है।
- कोचों के स्वास्थ्य, चरित्र, समय के प्रति पाबंद कितने है।
- प्रशिक्षक अनुशासन में रहते है या नहीं। अपनी डयूटी के प्रति कितने ईमानदार है।
- सुरजीत कुमार, उपनिदेशक, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग हरियाणा।